अभी ऋतु परिवर्तन का समय है और जब-जब ऋतुएं बदलती हैं, तब अधिकतर लोगों को मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी-जुकाम, पेट संबंधी रोग, बदन दर्द, गैस-अपच जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इन बीमारियों से रोकथाम के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
ऋतु परिवर्तन के समय खान-पान का संयम बना रहे, इसलिए नवरात्रि के दिनों में व्रत-उपवास करना ज्यादा महत्वपूर्ण है।
आयुर्वेद में रोगों को ठीक करने की कई विधियां बताई गई हैं। इन विधियों में से एक विधि है लंघन। लंघन विधि के अंतर्गत रोगी को व्रत करने की सलाह दी जाती है।
व्रत करने से पाचन तंत्र का आराम मिलता है और हमारा शरीर ऊर्जा के लिए शरीर में ही मौजूद ऐसे खाने का उपयोग करता है जो पच नहीं पाता है। जब पाचन ठीक होता है तो कई रोगों दूर हो जाते हैं।