दिल्ली पुलिस ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर बड़ी साइबर ठगी का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ऐलनाबाद की एक महिला से 67 लाख 80 हजार 277 रुपए की ठगी की थी।
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पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में झारखंड के रामगढ़ जिले का अनिल कुमार, बिहार के मधुबनी का गौरव और दिल्ली की त्रिलोकपुरी की निधि शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों से एक लाख 25 हजार कैश और वारदात में इस्तेमाल किए गए फोन बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपियों के बैंक खातों में जमा 9 लाख रुपए को भी फ्रीज करवा दिया गया है।
महिला ने ऐलनाबाद पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि कुछ समय पहले उसके फोन पर एक महिला का फोन आया और कहने लगी कि पीडीएफ फाइल में डाटा एंट्री कर आप घर बैठे वर्क फ्रॉम होम के जरिए लाखों रुपए कमा सकते हो।
इस काम के लिए आपको एक लैपटॉप की आवश्यकता होगी, जो हमारी कंपनी आपको लैपटॉप उपलब्ध करवाएगी, और पेपर वर्क के लिए आपको 1500 कैश हमारी कंपनी के अकाउंट में ट्रांजैक्शन करने होंगे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस प्रकार पीड़िता साइबर अपराधियों के लुभाने ऑफर में आकर कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में पड़ गई।
जीएसटी के नाम पर ट्रांजैक्शन करवाई पीड़िता से पेंडिंग जीएसटी के नाम पर बार-बार दबाव डालकर यूपीआई के जरिए ट्रांजैक्शन करवाई गई और पैसे न डालने की एवज मे पहले वाली रकम रिफंड नहीं होने का दबाव बनाया गया। जब तक पीड़िता को एहसास हुआ तब तक साइबर अपराधियों ने यूपीआई ट्रांजैक्शन के जरिए 67 लाख 80 हजार 277 रुपए का चूना लगा दिया था।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि शिकायत के आधार पर लोगों के खिलाफ साइबर थाना में ठगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान साइबर थाना टीम ने आरोपी अनिल, गौरव व निधि को ग्रेटर नोएडा गौतम बुध नगर दिल्ली से काबू कर लिया।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर उनकी निशान देही पर करीब एक लाख 25 हजार रुपए की ठगी की राशि व वारदात में प्रयुक्त फोन बरामद किए गए है। साइबर थाना पुलिस ने पूछताछ कर जांच के दौरान गौरव के खाते के 4 लाख कैश और निधि के खाते के 5 लाख फ्रीज करवाए गए हैं।