ऑस्कर की रेस से बाहर लापता लेडीज
नई दिल्ली:
97वें ऑस्कर अवॉर्ड में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी में भारत की ऑफीशियल एंट्री “लापता लेडीज” ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है. किरण राव के डायरेक्शन में बनी हिंदी फिल्म उन 15 फीचर फिल्मों की लिस्ट में शामिल नहीं है जो फाइनल पांच में जगह बनाने के लिए फाइट करेंगी. अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने बुधवार (18 दिसंबर) सुबह अनाउंसमेंट की. हालांकि ब्रिटिश-इंडियन फिल्म मेकर संध्या सूरी की “संतोष” जिसमें भारतीय एक्ट्रेस शाहना गोस्वामी और सुनीता राजवार ने यूके को रीप्रेजेंट किया है, ने शॉर्टलिस्ट में जगह बनाई है जिसमें फ्रांस की “एमिलिया पेरेज”, “आई एम स्टिल हियर”, “यूनिवर्सल लैंग्वेज”, “वेव्स”, “द गर्ल विद द नीडल” और जर्मनी की “द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग” भी शामिल हैं.
दूसरे दावेदार हैं “टच”, “नीकैप”, “वर्मीग्लियो”, “फ्लो”, “आर्मंड”, “फ्रॉम ग्राउंड जीरो”, “डाहोमी”, और “हाउ टू मेक मिलियंस बिफोर ग्रैंडमा डाइस”. अकादमी के मुताबिक 85 देशों या क्षेत्रों ने ऐसी फिल्में पेश की थीं जो 97वें ऑस्कर अवॉर्ड में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी के काबिल थीं.
अंग्रेजी में “लॉस्ट लेडीज” टाइटल वाली यह फिल्म एक फेमिनिस्ट ड्रामा फिल्म है जो 2000 के दशक की शुरुआत में ग्रामीण भारत में सेट है. स्नेहा देसाई ने बिप्लब गोस्वामी की कहानी पर बेस्ड “लापता लेडीज” का स्टोरी बोर्ड और डायलॉग लिखे. “लापता लेडीज” दो दुल्हनों की कहानी है जो अपनी शादी के दिन ट्रेन की सवारी के दौरान बदल जाती हैं. इसमें नितांशी गोयल और प्रतिभा रांता दुल्हन फूल और जया के किरदार में हैं जबकि स्पर्श श्रीवास्तव अपनी पत्नी की तलाश में निकले दूल्हे के किरदार में हैं.