क्रेडिट लिमिट का कम इस्तेमाल बढ़ाएगा सिबिल स्कोर:  30% लिमिट का ही इस्तेमाल करें, 70% से ज्यादा यूज पर गिरता है क्रेडिट स्कोर
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क्रेडिट लिमिट का कम इस्तेमाल बढ़ाएगा सिबिल स्कोर: 30% लिमिट का ही इस्तेमाल करें, 70% से ज्यादा यूज पर गिरता है क्रेडिट स्कोर

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नई दिल्ली11 मिनट पहले

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भविष्य में लोन पाने और नए क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए हम हाई सिबिल स्कोर मेंटेन करने की कोशिश करते हैं। इसके लिए समय पर क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट पर ध्यान देते हैं। इसके बावजूद भी कई बार सिबिल स्कोर कम हो जाता है।

ऐसे में हमें ये जानना जरूरी है कि हाई क्रेडिट स्कोर के लिए सिर्फ समय पर बिल पेमेंट करना ही काफी नहीं है। कार्ड लिमिट का कम यूटिलाइजेशन भी क्रेडिट स्कोर को मेंटेन करने के लिए जरूरी है।

क्रेडिट लिमिट पर ध्यान देना क्यों है जरूरी?

क्रेडिट कार्ड लिमिट आपकी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह बताती है कि बैंक ने आपको कितना क्रेडिट दिया है और आप उसे कैसे मैनेज करते हैं। लिमिट जितनी ज्यादा होगी, क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (कुल लिमिट का इस्तेमाल) उतना कम होगा। ये स्कोर बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है।

उदाहरण से समझें

  • अगर आपकी क्रेडिट लिमिट ₹1 लाख है और आपने ₹40,000 खर्च किए, तो यूटिलाइजेशन रेश्यो 40% होगा। यह स्कोर को नुकसान पहुंचाएगा।
  • वहीं, अगर लिमिट बढ़कर ₹2 लाख हो और खर्च वही ₹40,000 रहे, तो रेश्यो घटकर 20% हो जाएगा। यह स्कोर के लिए बेहतर है।

क्रेडिट स्कोर मेंटेन रखने किए लिए 4 बातों का रखें ध्यान

1. 30% रूल फॉलो करें: हमेशा खर्च को लिमिट के 30% तक ही रखें। जैसे, 1 लाख रुपए लिमिट पर 30,000 रुपए से कम खर्च करें। लिमिट का 70% से ज्यादा इस्तेमाल स्कोर को कम करता है।

2. कार्ड लिमिट बढ़ाने के लिए अप्लाई करें:अगर आपकी इनकम स्टेबल है और पेमेंट हिस्ट्री अच्छी है, तो बैंक से लिमिट बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट करें। आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और समय पर बिल रिपेमेंट करते है, तो बैंक खुद ही क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का ऑफर देते हैं। इनकम बढ़ने या 6 महीने तक टाइमली रिपेमेंट करने के बाद लिमिट बढ़ाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

3. खर्च को अलग-अलग कार्ड में बांटें: आपके पास एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हैं तो रेगुलर बिलों को 2-3 कार्ड्स में बांट दें। इससे एक ही कार्ड का यूटिलाइजेशन रेश्यो नहीं बढ़ेगा।

4. स्पेंडिंग अलर्ट लगाएं: कार्ड के मोबाइल ऐप या SMS अलर्ट को सेट करें, ताकि खर्च 30% से ऊपर जाए तो आपको अलर्ट मिल सके।

कम क्रेडिट लिमिट के नुकसान

  • बार-बार लिमिट पूरी करने से बैंक आपको फाइनेंशियली कमजोर समझते हैं।
  • लोन या नए कार्ड की एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकती है।
  • सिबिल ​​​​स्कोर गिरने से भविष्य में लोन पाना मुश्किल होता है।

नेगेटिव रिकॉर्ड का प्रभाव 7 साल रह सकता है

भले ही आप मौजूदा समय में सभी भुगतान समय पर कर रहे हैं। लेकिन अगर पुराना रिकॉर्ड अच्छा नहीं है तो यह इसका असर 7 साल तक आपके क्रेडिट स्कोर पर दिख सकता है।

सिबिल स्कोर कैसे चेक करें?

सिबिल स्कोर पेन नंबर की मदद से देखा जाता है। सिबिल स्कोर आधिकारिक सिबिल वेबसाइट www.cibil.com पर फ्री में देखा जा सकता है। लेकिन, यह सुविधा साल में सिर्फ एक बार मिलती है। एक से ज्यादा बार सिबिल वेबसाइट से सिबिल स्कोर चेक करने के लिए पेड सब्सक्रिप्शन प्लान लेना पड़ता है। इसके लिए 550 रुपए का मासिक सब्सक्रिप्शन प्लान लेना पड़ता है। सिबिल वेबसाइट के अलावा मोबाइल एप, बैंकिंग सेवा एग्रीगेटर्स या नॉन बैंकिंग संस्थान की वेबसाइट से भी सिबिल स्कोर चेक किया जा सकता है।



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