जरूरत की खबर- रिलायंस जियो की चेतावनी:  मिस कॉल आए तो कॉल बैक न करें, हो सकते हैं स्कैम का शिकार, बरतें 7 सावधानियां
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जरूरत की खबर- रिलायंस जियो की चेतावनी: मिस कॉल आए तो कॉल बैक न करें, हो सकते हैं स्कैम का शिकार, बरतें 7 सावधानियां

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3 घंटे पहलेलेखक: संदीप सिंह

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हाल ही भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि रिलायंस जियो के नाम पर प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम हो रहा है।

इस स्कैम में साइबर क्रिमिनल्स इंटरनेशनल नंबर्स से पहले मिस्ड कॉल करते हैं। जब कोई इन नंबर्स पर कॉल बैक करता है तो इसके लिए उसे ज्यादा चार्ज देना पड़ता है। इसलिए यूजर्स को इस तरह के फ्रॉड की पहचान कर उससे सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।

तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम क्या है? साथ ही जानेंगे कि-

  • स्कैमर्स इस स्कैम को कैसे अंजाम देते हैं?
  • इस स्कैम से बचने के लिए क्या करें?

एक्सपर्ट: राहुल मिश्रा, साइबर सिक्योरिटी एडवाइजर, उत्तर प्रदेश पुलिस

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस क्या होती है?

जवाब- प्रीमियम रेट सर्विस (PRS) ऐसी सर्विस है, जो टेलिकॉम कंपनियों द्वारा कुछ विशेष फोन नंबर्स को दी जाती है। इन नंबर्स पर कॉल करने या मैसेज भेजने के लिए यूजर्स को अधिक चार्ज देना पड़ता है। ये चार्ज सामान्य कॉल या मैसेज से कई गुना अधिक होता है।

इस तरह के कॉल्स के चार्ज का एक हिस्सा सिम ऑपरेटर कंपनी और दूसरा हिस्सा कॉल रिसीवर के अकाउंट में जाता है।

आमतौर पर इन नंबरों पर मौसम की जानकारी, राशिफल या टेक सपोर्ट जैसी सर्विस दी जाती है। इसके अलावा एंटरटेनमेंट, जोक्स और एडल्ट टॉक के लिए भी इस सर्विस का इस्तेमाल होता है।

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम क्या है?

जवाब- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम में यूजर्स को अनजान इंटरनेशनल नंबर से कॉल आती है। यह कॉल इतनी छोटी होती है कि यूजर के उठाने से पहले ही डिस्कनेक्ट हो जाती है। जब यूजर इस नंबर पर कॉल बैक करता है तो उसे प्रीमियम रेट सर्विस का चार्ज देना पड़ता है। इस सर्विस पर कॉल करने के लिए प्रति मिनट लगभग 100 रुपए से ज्यादा चार्ज लिया जाता है।

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम की पहचान कैसे करें?

जवाब- अगर आपके मोबाइल पर किसी अनजान इंटरनेशनल नंबर से मिस्ड कॉल आती है तो ये नंबर प्रीमियम रेट सर्विस से जुड़ा हो सकता है।

अक्सर स्कैमर्स इस तरह की कॉल्स के लिए ऐसे देशों के कोड का इस्तेमाल करते हैं, जिनके बारे में आपको जानकारी ही नहीं होती है।

इसके अलावा ऐसे अधिकांश कॉल्स देर रात में आते हैं। रात में अनजान नंबर से मिस्ड कॉल आने पर बहुत से लोग कॉल बैक कर लेते हैं। इससे वह स्कैमर्स के जाल में फंस जाते हैं।

प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम की पहचान करने के कई तरीके हैं। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए-

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम से कैसे बच सकते हैं?

जवाब- इस स्कैम से बचने के लिए फ्रॉड कर रहे फोन नंबर की पहचान करना सबसे जरूरी है। किसी भी कॉलिंग नंबर में सबसे पहले + का निशान होता है और उसके बाद कंट्री कोड लिखा होता है। उदाहरण के लिए भारत का कोड +91 है। वहीं अमेरिका का +1 और पाकिस्तान का कोड +92 है।

अगर आपको कोई ऐसी संदिग्ध कॉल आती है, जिसका कंट्री कोड भारत के बजाय किसी अन्य देश का है तो सतर्क हो जाएं। इस तरह की कॉल साइबर स्कैमर्स की हो सकती है।

नीचे दिए ग्राफिक में कुछ तरीके बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम से बच सकते हैं।

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम का शिकार होने पर क्या करें?

जवाब- इस स्कैम का शिकार होने पर सबसे पहले अपनी सिम ऑपरेटर कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं। इसके बाद स्थानीय पुलिस और साइबर क्राइम को भी इसकी लिखित सूचना दें। इसके अलावा इस तरह की फ्रॉड कॉल दोबारा न आए, इसके लिए उस नंबर को तुरंत ब्लॉक कर दें।

सवाल- क्या प्रीमियम रेट सर्विस के लिए कोई स्पेशल रिचार्ज कराना पड़ता है?

जवाब- प्रीमियम रेट सर्विस का इस्तेमाल प्रीपेड और पोस्टपेड, दोनों तरह के यूजर्स के लिए उपलब्ध है। जब आप अपने मोबाइल नंबर से प्रीमियम रेट सर्विस यानी इंटरनेशनल कॉल या स्पेशल SMS सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो उसके लिए अतिरिक्त चार्ज लिया जाता है। इसके बाद ही आप इस तरह के नंबर्स पर कॉल कर सकते हैं।

पोस्टपेड नंबर्स वाले यूजर्स के प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम में फंसने की आशंका ज्यादा रहती है क्योंकि उन्हें इस तरह की कॉल्स के लिए कोई अतिरिक्त रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होती है। इसकी जानकारी उन्हें तब होती है, जब महीने के बाद उनका मोबाइल बिल आता है।

सवाल- प्रीमियम रेट सर्विस स्कैम से साइबर स्कैमर्स को क्या फायदा होता है?

जवाब- साइबर स्कैमर्स इस सर्विस को फर्जी तरीके से प्रमोट करते हैं। जब कोई इस स्कैम का शिकार हो जाता है तो चार्ज का एक हिस्सा उनके अकाउंट में ट्रांसफर होता है। इसके अलावा स्कैमर्स इन कॉल्स के दौरान अनचाही सब्सक्रिप्शन सर्विस जैसे रिंगटोन, गेम्स या फर्जी अलर्ट जैसी सर्विस को एक्टिव कराते हैं। इससे भी उनके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होते हैं।

सवाल- अगर आपके मोबाइल पर ऐसी कोई सर्विस ऑन हो गई है तो क्या करें?

जवाब- अगर आपके फोन नंबर पर किसी भी तरह की सर्विस शुरू हो गई है तो अपनी सिम ऑपरेटर कंपनी के कस्टमर सर्विस नंबर पर कॉल करके तुरंत इस सर्विस को बंद कराएं। ताकि भविष्य में आपके अकाउंट से पैसे न कटें।

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