23 घंटे पहलेलेखक: शशांक शुक्ला
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सर्दियों के मौसम में चलने वाली शुष्क और ठंडी हवाएं हमारे लिए चुनौती बन जाती हैं। खासतौर से जब घर में बच्चे और बुजुर्ग हों। वे कमजोर इम्यूनिटी की वजह से ठंड की चपेट में आ सकते हैं।
आमतौर पर हम ठंड से बचने के लिए हीटर या अंगीठी इस्तेमाल करते हैं। अंगीठी के इस्तेमाल से घर में पॉल्यूशन बढ़ जाता है और हीटर से बिजली की खपत बढ़ जाती है। दोनों का इस्तेमाल सेहत के लिए भी नुकसानदायक है।
इसके इस्तेमाल से वातावरण की नमी खत्म हो जाती है और नाक की म्यूकस झिल्ली सूख जाती है। इस वजह से झिल्ली वायरस और बैक्टीरिया से हमारी रक्षा नहीं कर पाती है और हम बीमार पड़ते हैं।
हालांकि, कुछ आसान और कारगर टिप्स अपनाकर हम घर को गर्म रख सकते हैं और सेहत के साथ बजट का ख्याल रख सकते हैं।
ऐसे में आज हम जरूरत की खबर में जानेंगे कि-
- ठंड के मौसम में घर को कैसे सील करें?
- घर के अंदर नमी कैसे बनाकर रखें?
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सवाल- ठंड के मौसम में घर को कैसे सील करें?
जवाब- ठंड के मौसम में घर के कमरे काफी ठंडे हो जाते हैं। इन कमरों में बाहर चलने वाली सर्द हवाएं घर की खिड़कियों, दरवाजों के नीचे से अंदर आती रहती हैं। घर के बाहरी हिस्से वाले कमरे अधिक ठंडे होते हैं। इन कमरों में आमतौर पर घर के बुजुर्ग रहते हैं। ऐसे में उन्हें ठंड से बचाने के लिए हम कई सारे तरीके अपना सकते हैं। आइए इन तरीकों को ग्राफिक के माध्यम से समझते हैं।
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आइए इस ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं।
वेदर स्ट्रिपिंग से
दरवाजों और खिड़कियों के किनारों पर वेदर स्ट्रिपिंग लगाए जाते हैं। यह प्लास्टिक, फोम या रबर से बने होते हैं। इसके जरिए दरवाजों और खिड़कियों के गैप को भरा जा सकता है। वी-टाइप वेदर स्ट्रिप्स दरवाजे या खिड़की के किनारे लगाए जाते हैं और ये हवा को अंदर आने से रोकने का काम करते हैं। फोम वेदर स्ट्रिपिंग में एक तरफ चिपकने वाली बैकिंग होती है और इसे लगाना बेहद आसान होता है।
ड्राफ्ट स्टॉपर्स, डोर स्वीप का इस्तेमाल करें
दरवाजों के नीचे से ठंडी हवा को रोकने के लिए ड्राफ्ट स्टॉपर्स का उपयोग करना चाहिए। साथ ही कपड़े की ट्यूब, डोर स्वीप लगाकर ठंडी हवा को रोका जा सकता है। बाजार में कई तरह के डोर स्वीप उपलब्ध हैं।
खिड़कियों से आने वाली हवा रोकें
खिड़कियों के शीशे पर प्लास्टिक शीट्स लगाएं। यह एक अतिरिक्त परत बनाकर ठंडी हवा को रोकती है। साथ ही थर्मल पर्दों के जरिए खिड़कियों को बंद रखें। ये घर को गर्म रखने में मदद करते हैं। डबल-पैनल खिड़कियों या इंसुलेटेड ग्लास यूनिट्स में शीशों के बीच गैप होता है, जिससे खिड़कियों की भीतरी परत ठंडी नहीं होती है।
गलीचे या दरी का इस्तेमाल करें
फर्श अगर टाइल्स या मार्बल से बनी है तो कमरे में अधिक ठंडक फैलती है। ऐसे में फर्श पर मोटे गलीचे बिछा सकते हैं। यह न केवल ठंड को रोकेगा, बल्कि आपके पैरों को भी गर्म रखेगा। साथ ही दरवाजों के पास फुट मैट्स रखें। यह बाहर से आने वाली ठंडी हवाओं को रोकने में मदद करता है।
मोटे पर्दे लगाएं
पर्दे सिर्फ घर की सजावट के काम नहीं आते हैं। थर्मल या ब्लैकआउट पर्दे मोटे होते हैं और ठंडी हवा को अंदर आने से रोकते हैं।
सवाल – घर के अंदर नमी कैसे बनाकर रखें?
जवाब – घर के अंदर नमी बरकरार रखने के लिए रूम के अंदर हीटर का इस्तेमाल करने से बचें। साथ ही अंगीठी या अलाव का इस्तेमाल भी घर के बाहर करें। इससे घर के अंदर की नमी खत्म हो जाती है और ऑक्सीजन भी कम हो जाती है। ऐसे में आदमी बीमार हो सकता है।
आइए ग्राफिक के जरिए घर में नमी बनाएं रखने के तरीके समझते हैं।
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आइए ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं
इमर्शन रॉड और ह्यूमिडिफायर का प्रयोग
ठंडी और सूखी हवा से त्वचा, गला और आंखें जल्दी सूख जाती हैं। इससे सर्दी-जुकाम और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में घर के अंदर नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही इमर्शन रॉड का इस्तेमाल पानी को भाप बनाने के लिए कर सकते हैं, जिससे कमरे में नमी बढ़ेगी।
पौधों के जरिए बढ़ाएं घर की नमी
घर में नमी बढ़ाने के लिए इनडोर पौधों में मनी प्लांट और पीस लिली भी लगा सकते हैं। ये पौधे नमी बनाए रखने के साथ-साथ ताजी हवा भी देते हैं। खाना बनाते समय बर्तन का ढक्कन खुला छोड़ दें और नहाने के बाद बाथरूम का दरवाजा खुला रखें ताकि भाप पूरे घर में फैल सके।
नमी की अधिकता से फंगस का खतरा
नमी बढ़ाते समय खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, ताकि बाहर की शुष्क हवा अंदर न आ सके। हालांकि, अधिक नमी से फंगस का खतरा हो सकता है। ऐसे में कमरे की नमी हाइग्रोमीटर से नाप सकते हैं, जो 40-60% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।