जोमैटो टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो से बड़ी कंपनी बनी:  मार्केट-कैप ₹2.78 लाख करोड़ हुआ, आज सेंसेक्स में भी शामिल होगा शेयर
ऑटो-ट्रांसपोर्ट

जोमैटो टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो से बड़ी कंपनी बनी: मार्केट-कैप ₹2.78 लाख करोड़ हुआ, आज सेंसेक्स में भी शामिल होगा शेयर

Spread the love


मुंबई50 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

ऑनलाइन फुड डिलीवर करने वाली कंपनी जोमैटो अब टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो से भी बड़ी कंपनी बन गई है। कंपनी का मार्केट कैप इन दोनों ऑटोमेकर्स से ज्यादा 2.78 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।

गुरुवार (19 दिसंबर) के कारोबार के बाद BSE पर टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 2.73 लाख करोड़ रुपए, जबकि बजाज ऑटो का 2.50 लाख करोड़ रुपए रहा।

आज सेंसेक्स में शामिल हो जाएगी जोमैटो

इस सफलता के बाद जौमेटो आज यानी 20 दिसंबर को सेंसेक्स में भी शामिल हो जाएगी। टॉप 30 शेयरों वाले इस इंडेक्स में JSW स्टील बाहर हो जाएगी। पिछले महीने ही BSE ने इसका ऐलान किया था।

एक साल में 130% रिटर्न दिया, रैक में 27वीं कंपनी बनी

2024 में जोमैटो के शेयर में उछाल ने निवेशकों की संपत्ति दोगुना से ज्यादा कर दी है। 20 दिसंबर 2023 के जोमैटो के एक शेयर का प्राइस 124 रुपए था, जो अब 286 रुपए पर पहुंच गया है।

परसेंटेज रिटर्न की बात करें तो इसने 130% का रिटर्न दिया है। जुलाई, 2008 में बनी कंपनी के शेयरों ने 5 दिसंबर को 304.5 रुपए का रिकॉर्ड स्तर छुआ था। मार्केट कैप में कंपनी 27वें नंबर पर है।

जोमैटो का शेयर शुक्रवार को 11:24 बजे मामूली बढ़त के साथ 288 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

जोमैटो का शेयर शुक्रवार को 11:24 बजे मामूली बढ़त के साथ 288 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

दूसरी तिमाही में जोमैटो का मुनाफा 388% बढ़ा

वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में जोमैटो का मुनाफा सालाना आधार पर 388% बढ़कर 176 करोड़ रुपए हो गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 36 करोड़ रुपए था।

कंपनी का दूसरी तिमाही में रेवेन्यू 68.50% बढ़कर 4,799 करोड़ हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में रेवेन्यू 2,848 करोड़ रुपए था।

दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे, फिर नाम बदला

  • दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर साल 2008 में फूडीबे नाम से अपनी फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की थी। केवल नौ महीनों में, FoodieBay दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई।
  • दो सक्सेसफुल साल के बाद 2010 में, कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में अपनी सफलता के तुरंत बाद कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में ब्रांच फैलानी शुरू कर दी।
  • 2012 तक जोमैटो ने श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सर्विसेज बढ़ाकर विदेशों में विस्तार करना शुरू कर दिया था। 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील को इस लिस्ट में जोड़ा गया।
  • जोमैटो देश का पहला फूडटेक यूनिकॉर्न है। 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। जोमैटो ने पहली बार फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
  • जोमैटो एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्तरां पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है। फूड डिलीवरी के अलावा ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट खरीदा था।

———————————————-

ये खबर भी पढ़ें…

जोमैटो की ब्लिंकिट ने ‘बिस्ट्रो’ लॉन्च किया: ऐप गूगल प्ले स्टोर पर अवेलेबल; कंपनी का 10 मिनट में स्नैक्स, मील्स और बेवरेजेस की डिलीवरी का वादा

जोमैटो की क्विक-कॉमर्स सब्सिडियरी ब्लिंकिट ने ‘बिस्ट्रो’ लॉन्च किया है। इस प्लेटफॉर्म से कंपनी 10 मिनट के अंदर स्नैक्स, मील्स और बेवरेजेस की डिलीवरी देने का वादा कर रही है। यह तेजी से बढ़ते फूड डिलीवरी मार्केट पर कब्जा करने की जोमैटो की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है।

वहीं एक दिन पहले जोमैटो की राइवल जेप्टो ने जेप्टो कैफे अनवील किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी बिस्ट्रो गूगल प्ले स्टोर पर अवेलेबल है। भविष्य में इसे एपल ऐप स्टोर पर भी लाने का प्लान है।

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *