पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम:  भगवान की स्वीकृति से ही दुआएं आप तक पहुंचती हैं
टिपण्णी

पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: भगवान की स्वीकृति से ही दुआएं आप तक पहुंचती हैं

Spread the love


  • Hindi News
  • Opinion
  • Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Blessings Reach You Only With God’s Approval

47 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पं. विजयशंकर मेहता - Dainik Bhaskar

पं. विजयशंकर मेहता

आप कितना ही अच्छा काम कर लें, बददुआ देने वाले जरूर कोसेंगे। पर कुछ लोग, बुरा होने के बाद भी दुआ देते हैं। अच्छा काम करने वाले बददुआ मिलते ही परेशान हो जाते हैं। अब इसमें हमको एक विचार करना है कि दुआ और बददुआ, देने वाले की मानसिकता पर निर्भर है। आपको वो लगेगी या नहीं, इसका निर्णय ऊपर वाला करता है।

अगर इसे दिमाग में बैठाएं कि भगवान के वहां एक व्यवस्था है, जब भी कोई दुआ वहां पहुंचती है, तो भगवान उसे देखते हैं, अपनी स्वीकृति देते हैं कि हां ये दुआ इसको लग जाए। उसमें भगवान का मूल्यांकन करने का अपना ढंग है। अगर किसी ने आपको बददुआ दी, लेकिन आप तो बहुत अच्छे काम करते हैं, तो चिंता मत करिए। उसकी बददुआ आपको नहीं लगेगी।

इसलिए जो भक्त होते हैं, जो लोग अच्छे काम करते हैं, वह इसकी फिक्र बिल्कुल न करें कि उन्हें दुआ मिल रही या बददुआ, देने वाला अपना काम करेगा। लेकिन यह भगवान की स्वीकृति से ही आप तक पहुंचेगी, इसलिए अच्छा करते चलिए, ऊपर वाला सब देख रहा है।

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *