नई दिल्ली36 मिनट पहले
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एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी के कारण भारत का मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट यानी व्यापारिक व्यापार घाटा फरवरी 2025 में घटकर 14.05 बिलियन डॉलर (1.21 लाख करोड़ रुपए) हो गया। पिछले महीने जनवरी में यह 22.99 बिलियन डॉलर (1.99 लाख करोड़ रुपए) था। ये घाटा अगस्त 2021 बाद से सबसे कम है।
फरवरी में मर्चेंडाइस एक्सपोर्ट 3.20 लाख करोड़ रुपए रहा। जनवरी में ये 3.16 लाख करोड़ रुपए था। इसमें 1.25% की बढ़ोतरी हुई है।
देश में इंपोर्ट 13.59% कम हुआ
इंपोर्ट की बात करें तो फरवरी में भारत का इंपोर्ट 4.42 लाख करोड़ रुपए रहा। ये जनवरी के मुकाबले 73,000 करोड़ रुपए कम है। पिछले महीने भारत में 5.15 लाख करोड़ रुपए का इंपोर्ट हुआ था।

जनवरी में मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट में 2.4% की गिरावट आई थी।
क्या होता है ट्रेड डेफिसिट?
जब एक निश्चित टाइम पीरियड को दौरान देश का इंपोर्ट यानी विदेशों से मंगाए गए सामान की वैल्यू देश के एक्सपोर्ट यानी देश देश के बाहर भेजी जाने वाली सामानों की वैल्यू से ज्यादा हो जाता है।
ऐसी स्थिती में भारत का पैसा विदेशों में ज्यादा चला जाता है, इसी स्थिती को ट्रेड डेफिसिट या व्यापार घाटे कहा जाता है। इसे निगेटिव बैलेंस ऑफ ट्रेड भी कहते हैं। दूसरे शब्दों में, जब कोई देश बेचने से ज्यादा खरीदता है, तो उसे ट्रेड डेफिसिट कहा जाता है।