मेरठ से चोरी कर दिल्ली-एनसीआर में बेचते थे बाइक:  पुलिस ने पकड़ा वाहन चोर गिरोह; जल्दी अमीर बनने की चाहत में चुनी गलत राह – Meerut News
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मेरठ से चोरी कर दिल्ली-एनसीआर में बेचते थे बाइक: पुलिस ने पकड़ा वाहन चोर गिरोह; जल्दी अमीर बनने की चाहत में चुनी गलत राह – Meerut News

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पुलिस ने वाहन चोर गिरोह को किया अरेस्ट

मेरठ में पुलिस ने एनसीआर में वाहन चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 5 आरोपियों को अरेस्ट किया है। पांचों युवक सरधना क्षेत्र के हैं। सभी मिलकर मेरठ सहित आसपास के इलाकों से बाइक चोरी करते थे।

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इसके बाद इन्हें एनसीआर में ले जाकर बेचते थे। इनके पास से 11 वाहन बरामद किए हैं। इसमें 7 बाइक और 3 स्कूटियां हैं। युवकों ने बताया कि वो कम समय में अमीर बनने के लिए ये वाहन चोरी करते थे।

कम दामों पर बेचते थे चोरी की गाड़ियां 8 दिसंबर को आरिफक निवासी शास्त्रीनगर ने नौचंदी थाने में तहरीर दी थी। अज्ञात चोरों ने सम्राट हेवेंस होटल के बाहर से उसकी मोटरसाइकिल चोरी कर ली थी। उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों तक पहुंची। नौचंदी थाना पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए 5 आरोपियों को अरेस्ट किया है। ये सभी शातिर किस्म के अपराधी हैं। रेकी करके वाहन चोरी किया करते हैं।

पहले भी इनके ऊपर कई थानों में मुकदमे हो चुके हैं। लंबे समय से पुलिस इन वाहन चोरों की तलाश में लगी थी। वाहन चोरी करने के बाद वाहनों को सस्ते दामों पर बेच दिया जाता था था। पुलिस ने देवपाल, चाहत, अंकुर, त्रिवेश और दीपांशु को अरेस्ट किया है।

कई थानों में दर्ज हैं मुकदमे देवपाल पर मेरठ, गाजियाबाद सहित हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग थानों में 10 मुकदमे हैं। इसी तरह चाहत जो सरधना का रहने वाला है इस पर भी दिल्ली, हरियाणा और मेरठ के थानों 10 मुकदमे हैं। अंकुर पर 2, त्रिवेश गोस्वामी पर 2, दीपांशु पर 2 मुकदमे हैं। तीनों ही सरधना के अलग अलग गांवों के रहने वाले हैं। पुलिस को इनके पास 8 बाइक, 3 स्कूटी बरामद हुई हैं।

दूधवाले भी हैं इस गिरोह में शामिल

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पांच लोगों को अरेस्ट किया है। इनके पास से बाइक, स्कूटी बरामद की है सभी चोरी की हैं। चाहत मुख्य साजिशकर्ता है जो वाहन चोरी की प्लानिंग करता है।

देवपाल वाहनों की सप्लाई करता था। दीपांशु, अंकुर दोनों दूधवाले हैं जो बाइकों के लिए कस्टमर लाते थे। चार से छह हजार पर बाइक बेचते थे। त्रिवेश के पास से चोरी की बाइक मिली है।



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