आज के समय में शुगर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज अब बुजुर्गों को ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी अपना शिकार बना रही है। कई रिसर्च के मुताबिक, डायबिटीज दुनिया भर में बहुत खतरनाक बीमारी बनती जा रही है। एक बार शरीर में शुगर का लेवल हाई हो जाए तो इसे कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। दरअसल, शरीर में ब्लड शुगर लेवल के हाई होने का मुख्य कारण ग्लूकोज होता है। भारतीय योग गुरु और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने शुगर को कंट्रोल करने के लिए नेचुरल ड्रिंक बताई है।
डॉ. हंसा योगेंद्र के मुताबिक, मेथी दाना का पानी न सिर्फ शुगर को कंट्रोल करने में असरदार होता है, बल्कि कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इलाज करने में भी कारगर है। शुगर को समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो यह खतरनाक हो सकता है। इससे हार्ट रोग, स्ट्रोक, किडनी रोग और आंखों की समस्याएं जैसी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक, शुगर के मरीजों के लिए मेथी के दाने किसी वरदान से कम नहीं हैं। मेथी की चाय या मेथी का पानी पीने से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
मेथी के दाने का पानी के फायदे
अगर, आप शुगर की समस्या से परेशान हैं तो प्रतिदिन मेथी के पानी का सेवन करके अपने ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रण में रख सकते हैं। मेथी में प्रोबायोटिक गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर में अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसे रोजाना लेने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
मेथी के पोषक तत्व
मेथी या मेथी की सब्जी सोडियम, जिंक, फास्फोरस, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन ए, बी और सी जैसे खनिजों से भरपूर होती है। इसके अलावा यह फाइबर, प्रोटीन, स्टार्च, चीनी और फॉस्फोरिक एसिड जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
कैसे तैयार करें मेथी के दाने का पानी
मेथी के बीज का पानी तैयार करने के लिए सबसे पहले मेथी के बीज को एक गिलास पानी में रात भर भिगो दें। फिर अगली सुबह पानी को छानकर पी लें। इसके अलावा आप मेथी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए आप मेथी के बीजों को पानी में उबालकर उसमें नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं।
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में जनरल सर्जरी एंड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. साद अनवर ने बताया कि गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड और कूल रखना बहुत जरूरी है, जिससे लू, डिहाइड्रेशन, पेट की समस्याएं और कमजोरी से बचा जा सके।