लखनऊ के नाका थाने के हवालात में बंद अरशद बेहद शातिर है। इसका अंदाजा पुलिस अधिकारियों को उससे पूछताछ के बाद हो चुका था। यही वजह रही कि हवालात में बंद अरशद की निगरानी के लिए अलग से एक सिपाही को मुस्तैद किया गया था। डर था कि आरोपी खुद के साथ कहीं कुछ गलत न कर ले। हवालात में बंद अरशद रातभर करवटें बदलता रहा।
ये है मामला
आगरा निवासी अरशद अपने पिता मां और चार बहनों के साथ 30 दिसंबर को लखनऊ आया था। सभी चारबाग स्थित होटल में ठहरे थे। 31 दिसंबर की रात में पिता के साथ मिलकर अरशद ने चार बहनों और मां की हत्या कर दी थी। आरोपी ने हत्या के बाद वीडियो भी बनाया था और बस्ती के लोगों पर परेशान करने समेत कई आरोप लगाए थे।
3 of 10
बेकसूर बच्चियों के साथ आरोपी पिता।
– फोटो : अमर उजाला।
इस वजह से बौखलाया हुआ था अरशद
सामूहिक हत्याकांड के आरोपी अरशद पिता से एक साल पहले जमीन खरीदने वाले अलीम की पत्नी शायरा बानो ने बताया कि रुपये मिलने के बाद ही बदरूद्दीन उर्फ बदर ने घर की वसीयत बेटियों के नाम कर दी थी। इस बात की जानकारी अरशद को हुई तो उसने अपने पिता को ही छत से उल्टा लटका दिया था। उसकी जमकर पिटाई लगाई थी। तब किसी तरह पड़ोसियों ने ही पिता को बचाया था। तब से अरशद का जुल्म बहनों और मां पर ज्यादा बढ़ गया था।
4 of 10
लखनऊ हत्याकांड
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
फातिमा ने बताया कि बदरूद्दीन के घर में पहले एक ही कमरा बना हुआ था। एक साल पहले ही जमीन बेचने के बाद उसने मकान बनवाया था। तभी बेटियों के नाम वसीयत कर दी थी। जब अरशद को इसकी जानकारी हुई तो वह बौखला गया। उसने घर को ही कैदखाना बना दिया। पिता के साथ भी कई बार मारपीट की थी। अरशद से घर में सभी डरते थे। वह किसी को बोलने तक नहीं देता था। उन्हें आशंका है कि वसीयत के चक्कर में बहनों के साथ मां की भी हत्या कर दी।
5 of 10
लखनऊ हत्याकांड।
– फोटो : अमर उजाला।
वीडियोग्राफी के दौरान तीन घंटे में पोस्टमार्टम
पांचों शवों का बृहस्पतिवार को डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। चार डॉक्टरों की टीम ने वीडियोग्राफी के दौरान तीन घंटे में पोस्टमार्टम किया। इस दौरान अरशद और उसके पिता की करतूत उजागर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक पिता के साथ मिलकर अरशद ने तड़पा-तड़पाकर मां और बहनों की हत्या की थी।