वो एक कहावत है ना कि एक सफल पुरुष के पीछे किसी महिला का हाथ होता है। अब वो मां, बहन, बेटी या फिर पत्नी कोई भी हो सकता है। ये कहावत जया बच्चन पर एकदम सटीक बैठती है। वो इस तरह कि अमिताभ बच्चन ने जब फिल्मों में करियर शुरू किया तो उनकी काबिलियत के दम पर उन्होंने इंडस्ट्री में नाम कमाया लेकिन, जितने जल्दी उनके हाथ सफलता लगी थी उतने ही जल्दी उनके करियर में डाउन फॉल भी आ गया। जब उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। आलम ये हो गया था कि बैक टू बैक उन्होंने 12 फ्लॉप फिल्में दे दी थी, जिसके बाद उनके साथ कोई काम करने को भी राजी नहीं हुआ था। इसी बीच जया भादुड़ी उनका सहारा बनी थीं। चलिए आगे बताते हैं कैसे…
दरअसल, जया बच्चन आज अपना 77वां जन्मदिन मना रही हैं। उनका जन्म 9 अप्रैल 1948 को जबलपुर में हुआ था। उनका फिल्मी सफर काफी लंबा रहा है। उन्होंने करीब 70 के दशक में काम करना शुरू किया था और तीन दशकों से ज्यादा काम कर आज राजनीति में आकर लोक सेवा का काम कर रही हैं। उन्होंने 2004 में समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की थी। ऐसे में आज आपको जया बच्चन और अमिताभ से जुड़ा किस्सा बता रहे हैं, जब बिग बी अपने करियर के डाउन फॉल से गुजर रहे थे तो जया बच्चन ‘बावर्ची’, ‘परिचय’ जैसी फिल्मों से सफलता की सीढ़ी चढ़ रही थीं। अमिताभ करीब 12 फिल्में फ्लॉप दे चुके थे।
प्रकाश मेहरा की फिल्म ने पार लगाई अमिताभ बच्चन की नैया
जब अमिताभ बच्चन अपने करियर के डाउन फॉल से गुजर रहे थे तो वो एक ऐसी फिल्म की तलाश में थे, जो उनके गिरत करियर के ग्राफ को उठा सके। इसी बीच उनके हाथ लगी प्रकाश मेहरा की ‘जंजीर’। इसमें उन्हें लीड रोल मिला। इसमें उनक साथ उस समय की टॉप एक्ट्रेस मुमताज को कास्ट किया गया था। लेकिन, शादी तय होने की वजह से उन्होंने फिल्म को छोड़ दिया। बिग बी पहले ही लगातार फ्लॉप फिल्में देकर परेशान थे। जब उन्हें मुमताज के फिल्म छोड़ने की खबर मिली तो वह और भी परेशान हो गए। क्योंकि प्रकाश मेहरा जिस भी हीरोइन के पास जाते वो इसमें काम करने के लिए मना कर देती।
जया बच्चन बनी अमिताभ का सहारा
दैनिक भास्कर में छपी खबर की मानें तो जब अमिताभ बच्चन करियर के डाउन फॉल से गुजर रहे थे तो इसी बीच वो जया भादुड़ी से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने जया बच्चन से इसके बारे में बताया कि कोई हीरोइन उनके साथ काम करने के लिए राजी नहीं है। इस पर जया ने उनसे कहा था कि अगर प्रकाश मेहरा उन्हें कहेंगे तो वो ‘जंजीर’ में काम करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद क्या था ये बात प्रकाश मेहरा तक पहुंची और इनकी जोड़ी बन गई। दोनों स्टार ने ‘जंजीर’ में शानदार काम किया। 11 मई, 1973 को इसे रिलीज किया गया। फिल्म की शुरुआत थोड़ी ठंडी रही। अमिताभ पहले ही डायरेक्टर से कह चुके थे कि अगर फिल्म फ्लॉप हुऊ तो वह फिल्म इंडस्ट्री छोड़ देंगे।
धीमी शुरुआत के बाद चल पड़ी ‘जंजीर’
‘जंजीर’ की शुरुआत भले ही धीमी हुई लेकिन, जैसे रिलीज के 4 दिन बीते वैसे ही फिल्म के 5 रुपए के बिकने वाले टिकट की कीमत 100 रुपए हो गई। इस तरह से अमिताभ बच्चन फ्लॉप हीरो से एंग्री यंग मैन बन गए। इस सफलता के पीछे काफी हद तक जया बच्चन का हाथ माना जाता है। अगर वो इस फिल्म में काम करने के लिए राजी नहीं होतीं तो शायद एक कल्ट फिल्म ना बन पाती और बिग बी का करियर थम जाता।
आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने 3 मई, 1973 को शादी कर ली थी। जबकि पहले वो अक्टूबर में शादी करने वाले थे लेकिन, कपल को लंदन घूमने के लिए जाना था, जिसकी वजह से बिग बी के पिता और राइटर हरिवंशराय बच्चन ने शर्त रखी कि पहले वो शादी कर लें फिर घूमने साथ जाएं। ऐसे में जया और अमिताभ ने जल्दबाजी में पंडित को 500 रुपए देकर शादी रचा ली थी।