नई दिल्ली:
कई साल बाद सलमान खान की खास दोस्त और पूर्व अभिनेत्री सोमी अली ने मुंबई आने का राज खोला. उन्होंने इसे प्यार की तलाश का नाम दिया. दरअसल सवाल उनसे नए साल के रेजोल्यूशन को लेकर पूछा गया था. जब बातों का सिलसिला आगे बढ़ा तो उन्होंने एक ऐसे वाकए का भी जिक्र किया जिसने उन्हें हैरान कर दिया था. नए साल के रेजोल्यूशन को लेकर जब उनसे पूछा गया तो कहा, “मैं रेजोल्यूशन में यकीन नहीं करती. मैं अनुशासन में यकीन करती हूं. अमेरिका में कानून प्रवर्तन, राष्ट्रीय मानव तस्करी हॉटलाइन और एफबीआई के साथ मिलकर काम करना चाहूंगी.”
उन्होंने कहा कि वह पीड़ितों, विशेषकर बच्चों को सांत्वना देने के लिए वहां मौजूद रहना चाहती हैं. उन्होंने कहा, “क्योंकि मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं. जिन बच्चों को मैं बचाती हूं, वे मेरे लिए दुनिया हैं और वे मेरे बच्चे हैं. मैं उनके दर्द और दुख को समझ सकती हूं और मेरे प्रशिक्षण ने मुझे एक वकील होने और एक व्यक्ति के रूप में खुद को अलग-अलग रखना सिखाया है. यह आसान नहीं है लेकिन 17 साल बाद मैंने यह करना सीख लिया है.”
“मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 50,233 की संख्या तक पहुंच जाऊंगी और आज पांच और घरेलू हिंसा पीड़ितों को बचाया गया. मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा छोटा सा गैर-लाभकारी संगठन जो मेरे अपने बेडरूम/कार्यालय से शुरू हुआ था. अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा है.”
उन्होंने कहा, “जब किसी शख्स को बार-बार कहा जाता है कि वह बेकार है और छोटी उम्र से ही कुछ नहीं कर पाएगा तो वो इसे दिल से लगा लेता है. ऐसे में उस बच्चे, उस किशोर, उस युवा वयस्क के लिए दो अमेरिकी राष्ट्रपति पुरस्कार जीतना और राष्ट्रपति ओबामा और राष्ट्रपति बुश की कंपनी में रहना आज भी एक सपने जैसा है.”
बोलीं, “सोमी हमेशा बिना किसी रेजोल्यूशन के ही जीती रही हैं.” इसके साथ ही सोमी अली ने अपने भारत में बिताए पलों को याद किया. दावा किया कि उन्होंने भारत में भी महिलाओं पर अत्याचार होने के मामले में सत्ता के विपरीत काम किया है.
सोमी ने मुंबई आने की वजह और धोखे को लेकर बड़ा खुलासा किया. बोलीं, “जिंदगी में सबकुछ अप्रत्याशित होता है. एक ऐसा भी वक्त था जब मुझे एक शख्स ने कहा कि मैं मर्द हूं, मेरे ही अफेयर्स हो सकते हैं और मुझे ही ‘वन नाइट स्टैंड’ का हक है.”
सोमी ने आगे कहा, “मैं हैरान रह गई क्योंकि तब मैं 17 साल की ही थी और मुझे पता भी नहीं था कि मेरा इस्तेमाल किया जा रहा है. मैं 90 के दशक में उन 8-9 सालों में जो कुछ भी किया या जिस तरह से मैंने अपना जीवन जिया, उससे मुझे बिल्कुल भी शर्मिंदगी नहीं है. यह मत भूलिए कि मैं फिल्मों में अभिनय करने नहीं गई थी. मैं फिल्मों में प्यार में पड़ने और बदले में प्यार पाने की ललक में गई थी.”
“इसलिए, मैं प्लानिंग नहीं बनाती. मैं केवल ऊपर वाले के कानून पर यकीन करती हूं और एक ऐसी विरासत छोड़ना चाहती हूं अपनी दिवंगत मां के लिए. हजारों बच्चों और महिलाओं के लिए. सोमी अली प्रोडक्शन इस दिशा में कदम बढ़ा चुका है.” उन्होंने कहा कि वह शॉर्ट फिल्मों में निर्माता, लेखक, निर्देशक और अभिनेता के रूप में काम कर रही हैं.
“इसलिए, मैं संतुष्ट हूं क्योंकि मैं ऐसी फिल्में बना सकती हूं जो सच्चाई बयां करती हैं. मुझे अब छिपने का डर नहीं है क्योंकि मेरे हाथ में कुछ भी बनाने और लिखने का लाइसेंस है. इस बार ऐसा कुछ भी नहीं है जो मुझे रोक सके.”
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)