लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आंबेडकर विवाद (Ambedkar Row) को लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. सीएम योगी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अनैतिक आचरण कर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं. बाबा साहब का बड़ा योगदान रहा है. बाबा साहब संविधान के शिल्पी थे और हर भारतीय उनके प्रति सम्मान रखता है. साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने आंबेडकर के सपनों पर काम किया है. इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी सीएम योगी जमकर बरसे और सवाल किया कि संसद परिसर में सांसदों पर हमला करना क्या संवैधानिक आचरण माना जाएगा?
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने भारत के दलितों का अपमान करना और तुष्टिकरण के आधार पर बांटने का काम किया है. उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहब संविधान सभा का हिस्सा बने. महात्मा गांधी के हस्तक्षेप के बाद यह संभव हो पाया. बाबा साहब को 1952 में पहला चुनाव हराने का काम कांग्रेस में किया था. पंडित नेहरू बाबा साहब को हराने के लिए प्रचार करने गए थे. कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबा साहब संसद जाकर दलितों की आवाज बुलंद कर सकें.
बाबा साहब को बोलने का अवसर नहीं दिया : CM योगी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ना सिर्फ बाबा साहब को हराने का काम किया बल्कि बाबा साहब के करीबी को तोड़कर उनके खिलाफ लड़ाने का काम किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में बाबा साहब का स्मारक नहीं बनने दिया. कांग्रेस ने बाबा साहब को पद्म पुरस्कार नहीं दिया. उन्हें भारत रत्न तब मिला जब केंद्र की सरकार को बीजेपी समर्थन कर रही थी. बाबा साहब ने सदन चलते हुए इस्तीफा दिया लेकिन नियम को दरकिनार कर उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया गया. नेहरू दलितों नहीं, मुसलमानों को अधिकार देना चाहते थे. ये पीड़ा बाबा साहब की थी.
विपक्ष बांटने की राजनीति करना चाहता है : CM योगी
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस से प्रधानमंत्री बने नेता भी कहते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है. जो हाल कांग्रेस का रहा है, वही परिपाटी सपा ने भी अपनाई है. 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कहा था कि सामाजिक न्याय से जुड़े स्मारक लखनऊ में तुड़वाए जाएंगे. कन्नौज में बाबा साहब के नाम से बने अस्पताल से उनका नाम हटा दिया. इसी तरह कई और जगहों से बाबा साहब का नाम हटा दिया. यह दल समाज को बांटने के लिए राजनीति करना चाहते हैं.
शरारत कर रहा है विपक्ष : CM योगी
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में संविधान की चर्चा के दौरान दिए भाषण को लेकर कहा कि गृह मंत्री के बयान को आधा-अधूरा पेश कर समाज को भ्रमित किया जा रहा है. यह शरारत विपक्ष कर रहा है. दलितों और वंचितों के खिलाफ इनका जो भाव है, उसी के आधार पर ये आज भी काम कर रहे हैं. यूपी में हर सरकारी दफ्तर में बाबा साहब की तस्वीर लगवाने का काम बीजेपी की सरकार ने किया है. दलित समाज से आने वाले व्यक्ति को राष्ट्रपति बनाने का काम भी बीजेपी ने किया है.
भाजपा के दो-दो सांसद चोटिल : CM योगी
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के बयान को लेकर विपक्ष ने गलतफहमियों पैदा करने का काम किया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हम कहेंगे कि संसद परिसर में सांसदों पर हमला करना क्या संवैधानिक आचरण माना जाएगा? बीजेपी के दो-दो सांसद चोटिल होते हैं. कांग्रेस मारपीट, बुजुर्गों को धक्का देने को संवैधानिक बनाने की कोशिश कर रही है. महिलाओं के पक्ष में आए बिल का विरोध करना क्या संवैधानिक है? कांग्रेस और सपा को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. अपने किए पर पर्दा डालने और समाज को बांटने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री आंबेडकर के मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के आरोपों का जवाब दे रहे हैं. भाजपा लगातार इस मुद्दे को उठा रही है और कांग्रेस को घेरने की कोशिश में जुटी है.