सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग आकाश में गुब्बारे छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं, यूजर्स वायरल वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो वर्तमान में चल रहे महाकुंभ मेले का है, जहां भारत के करोड़ों हिंदुओं ने मिलकर आकाश में एक साथ गुब्बारे छोड़े।
पीटीआई फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। हमारी जांच में पता चला कि वायरल वीडियो यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का नहीं है, बल्कि यह वीडियो चीन में नए साल के जश्न का है।
क्या है दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर एक शॉर्ट्स को 16 जनवरी शेयर कर सतेंद्र शर्मा नाम के एक यूजर ने दावा किया कि यह वीडियो प्रयागराज के महाकुंभ मेला के दौरान हिंदुओं की एक बड़ी भीड़ द्वारा आकाश में गुब्बारे छोड़े जाने का है। पोस्ट का लिंक ,आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
वहीं, इंस्टाग्राम पर भी 14 जनवरी 2025 को यूजर ने समान दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है। पोस्ट का लिंक ,आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने वायरल वीडियो का सच जानने के लिए संबंधित कीर्वड से सर्च किया लेकिन हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि कर सके। प्रयागराज के वर्तमान महाकुंभ मेले में लोगों ने एक साथ आकाश में गुब्बारे उड़ाए।इसके अलावा, वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें उसमें मंदारिन (चीन की एक भाषा) में लिखा हुआ एक टेक्स्ट मिला। नीचे स्क्रीनशॉट देखें।
पड़ताल के अगले क्रम में हमें 1 जनवरी 2025 को इंस्टाग्राम पर ‘Sharing Delicacy’ नाम के एक यूजर का पोस्ट मिला, यहां पर वायरल वीडियो का विजुअल मौजूद था। यूजर ने वायरल वीडियो करते हुए “हैप्पी न्यू ईयर! 2025” लिखा था। ‘Sharing Delicacy’ के 1 मिलियन फॉलोअर्स थे। पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
हमने ‘Sharing Delicacy’ खाते की जांच में पाया कि यह चीन बेस्ड हैंडल है।नीचे उसी का स्क्रीनशॉट दिया गया है।
नीचे दोनों तस्वीरों में तुलना की गईं है, जिसमें साफ नजर आ रहा इन दोनों तस्वीरों में कोई अंतर नहीं है।
डेस्क ने पड़ताल के दौरान मिले रिजल्ट के अनुसार, संबंधित कीर्वड से सर्च किया जहां परिणामस्वरूप हमें कई वीडियो मिले, जिनमें यह बताया गया था कि यह घटना चीन के नानचांग में हुई थी। नीचे देखिए स्क्रीनशॉट
बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ मेला 13 जनवरी को आधिकारिक रूप से शुरू हुआ था और 26 फरवरी को समाप्त होगा, जबकि यह वीडियो 1 जनवरी 2025 का है। डेस्क की जांच में यह सामने आया कि वायरल वीडियो महाकुंभ मेला, प्रयागराज का नहीं है, बल्कि यह चीन में हुए नए साल के जश्न का वीडियो है, जो संभवतः चीन के नानचांग में हुआ था।
(This story was originally published by PTI as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)