सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के मंदिर पर तोड़फोड़ के दावे से एक वीडियो वायरल है। वीडियो में हाथ में लाठी लिए कुछ लोगों को तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है।
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश में स्थित एक सूफी दरगाह पर हमले का है।
एक इंस्टाग्राम यूजर ने वीडियो को शेयर किया है, जिसके टेक्स्ट में लिखा है, ‘देखो हिंदुओ, बंगाल में हिंदुओं के मंदिर में क्या हो रहा है, और निभाओ भाईचारा’
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने बंगाली भाषा में संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। सर्च के दौरान हमें बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल के फेसबुक पेज पर वीडियो का लंबा वर्जन मिला। इसमें बताया गया है कि वीडियो बांग्लादेश के दिनाजपुर में रहीम बाबा की दरगाह पर तोड़फोड़ की घटना से संबंधित है।
हमें फेसबुक पर एक बांग्लादेशी यूजर द्वारा 28 फरवरी 2025 को घटना का लाइव स्ट्रीम किया गया वीडियो भी मिला।
हमने घटना से संबंधित की-वर्ड से गूगल पर सर्च किया, सर्च के दौरान हमें डेली प्रोथोम अलो न्यूज आउटलेट की मीडिया रिपोर्ट मिली।
रिपोर्ट के अनुसार, 28 फरवरी की शाम करीब पांच बजे लोगों ने ‘तौहीदी जनता’ (एकेश्वरवादी संगठन) ने सीरत मुस्तकीम परिषद के बैनर तले लाठी-डंडों के साथ जुलूस निकाला था। इस दौरान उन्होंने दिनाजपुर के घोराघाट उपजिला में रहीम शाह बाबा भंडारी दरगाह में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया था।
यह समूह दो से चार मार्च तक दरगाह पर होने वाले उर्स का विरोध कर रहा था। तौहीदी जनता के समूह ने उर्स के आयोजन को नशीले पदार्थों का सेवन करने, संगीत सुनने और अश्लील गतिविधियों का आयोजन करने वाला मंच करार दिया था।
‘तौहीदी जनता’ बांग्लादेश में एक चरमपंथी इस्लामी धार्मिक समूह है, जिसने देश में कई हिंसक हमलों का नेतृत्व किया है।
सर्च के दौरान हमें बांग्लादेशी समाचार पोर्टल कालबेला न्यूज द्वारा 1 मार्च 2025 को यूट्यूब पर अपलोड की गई वीडियो रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल देखे जा सकते हैं।
बूम बांग्लादेश ने वीडियो की पुष्टि के लिए घोराघाट पुलिस स्टेशन के प्रभारी मोहम्मद नजमुल हक से भी संपर्क किया। उन्होंने बूम को बताया कि यह वीडियो भारत में नहीं बल्कि बांग्लादेश में हुए हमले का है।
बूम से बातचीत में उन्होंने कहा, “यह वीडियो घोराघाट में रहीम शाह बाबा भंडारी दरगाह का है। यहां 28 फरवरी, 2025 को तौहीदी जनता ने दरगाह पर हमला कर दिया था. इस घटना में हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।”
अतिरिक्त रिपोर्टिंग : तौसीफ़ अनवर, बूम बांग्लादेश
(This story was originally published by BOOM as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)