सोशल मीडिया पर गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता विजय रूपाणी का एक वीडियो तेजी से शेयर हो रहा है। वायरल वीडियो में बीजेपी नेता मंच पर भाषण देते वक्त अचनाक गिर पड़ते है। यूजर्स इस वीडियो को अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर चल रहे हालिया विवाद से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। पीटीआई को पड़ताल में पता चला कि वीडियो अभी का नहीं तीन साल पुराना है। बीजेपी नेता साल 2021 में वडोदरा में चुनाव प्रचार के दौरान स्टेज पर बेहोश होकर गिर पड़े थे।
क्या है दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक वेरिफाइड यूजर ने 19 दिसंबर को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “ख़्वाजा गरीब नवाज़ दरगाह का सर्वे काटने चले थे, खुद का ही सर्वे हो गया!” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
वहीं समान वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने 18 दिसंबर को फेसबुक पर लिखा, “हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ सिर्फ हिन्द के ही राजा नहीं पूरी एशिया के राजा है। अभी तो शुरआत है आगे आगे देखो।” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल
दावे का सच जानने के लिए डेस्क ने वायरल वीडियो ‘की-फ्रेम्स’ को रिवर्स सर्च किया, जहां पीटीआई को 15 फरवरी 2021 को एनडीटीवी की हिंदी वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में वायरल वीडियो का विजुअल मौजूद था। रिपोर्ट के अनुसार, “गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी वडोदरा के निजामपुरा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते समय मंच पर बेहोश हो गए थे।” रिपोर्ट का लिंक, और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल को आगे बढ़ाने पर पीटीआई को 15 फरवरी 2021 को एबीपी न्यूज की हिंदी वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी वडोदरा के निजामपुरा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते समय स्ट्रेस और ब्लड प्रेशर लो होने के चलते बेहोश हो गिर पड़े थे।” रिपोर्ट का लिंक, और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
जांच को आगे बढ़ाने पर पीटीआई को 14 फरवरी 2021 को जनसत्ता पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में समान दावे के साथ ही खबर प्रकाशित थी। जनसत्ता के अनुसार, पीएम मोदी ने रुपाणी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए उनसे बातचीत की थी। रिपोर्ट का लिंक, और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल का नतीजा
पीटीआई की पड़ताल के अनुसार गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के फरवरी 2021 के वीडियो को अभी का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
(This story was originally published by PTI as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)