सोशल मीडिया पर करीब 30 सेकंड का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक हाथ में तलवार लेकर किसी को धमकाते और गाली देते नजर आ रहे हैं। इसी वीडियो के दूसरे हिस्से में कुछ युवक पुलिस की मौजूदगी में सरेआम कान पकड़कर कहते दिख रहे हैं कि आज के बाद वे ऐसे वीडियो नहीं बनाएंगे और तलवारें भी नहीं चलाएंगे…। दावा किया जा रहा है कि यह घटना उत्तर प्रदेश की है और वीडियो में दिख रहे सभी युवक मुस्लिम समुदाय से हैं।
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के भोपाल का है तथा इसमें किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘इंस्टाग्राम’ पर एक यूजर ने 2 जनवरी 2025 को एक वायरल वीडियो शेयर किया। इस वीडियो के अंदर टेक्सट में लिखा है, “जिहादियों को पुलिस ने कैसे जवाब दिया। जय हो योगी बाबा की। शेयर करने में कमी न रखे पूरा देखे।
वीडियो में आगे लिखा है, “खुले में तलवार और गन लहरा रहे और गालियां दे रहे थे फिर क्या हुआ बाबा ने …” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल
दावे की पुष्टि के लिए डेस्क ने वायरल वीडियो के ‘की-फ्रेम्स’ को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान पीटीआई को ‘लाइव हिंदुस्तान’ की वेबसाइट पर 1 जनवरी 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इसमें वायरल वीडियो के दोनों हिस्सों के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह मामला भोपाल के टीटी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां गजनी नाम के शख्स ने अपने साथियों के साथ मिलकर तलवार लहराते और गाली-गलौज करते हुए धमकी भरा एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिसके बाद पुलिस तक उसकी शिकायत पहुंची थी। बाद में पुलिस ने युवकों को सरेआम कान पकड़कर सड़क पर घुमाया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।
रिपोर्ट में टीटी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया के हवाले से बताया गया कि वीडियो में दिख रहे बदमाशों के नाम नितेश जाटव उर्फ गजनी, रितिक वाल्मीकि, जय राउत, लक्की सेन और आकाश हैं। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरी रिपोर्ट यहां क्लिक कर पढ़ें।
NDTV (मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़) की वेबसाइट पर 31 दिसंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया कि धमकी भरा वीडियो वायरल होने के 12 घंटे के भीतर ही टीटी नगर थाना पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया और सबक सिखाने के मकसद से सभी बदमाशों को सरेआम कान पकड़कर सड़क पर घुमाया। रिपोर्ट में बदमाशों के नाम आकाश गजबी, उदय सराठे, आकाश सोनी, नितेश जाटव, लक्की सेन, जय रावत, और रितिक वाल्मीकि बताया गया। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें।
जांच के दौरान डेस्क को ‘टीवी9 (मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़)’ के यूट्यूब चैनल पर टीटी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया का वीडियो बाइट भी मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि एक फरियादी ने सूचना दी थी कि कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी के साथ तोड़फोड़ की और गाड़ी खड़ी करने पर उनसे पैसे की मांग की। इसके बाद पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। पूरा वीडियो यहां क्लिक कर देखें।
पुष्टि के लिये डेस्क ने टीटी नगर थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया से संपर्क किया। उन्होंने पीटीआई को बताया, “मामला भोपाल के टीटी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां दो पक्षों के बीच विवाद के बाद बदले की भावना से बदमाशों ने धमकी भरा वीडियो जारी किया था। बाद में पुलिस ने इन बदमाशों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया। मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है, सभी आरोपी हिंदू समुदाय से हैं।”
पड़ताल का नतीजा
पीटीआई की अब तक की जांच से यह साफ है कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के भोपाल का है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। मध्य प्रदेश के इस वीडियो को यूजर्स उत्तर प्रदेश का बताकर इसे सांप्रदायिक और गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
(This story was originally published by PTI as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)