हाल ही में हनुमागढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास ने अपने एक्स पोस्ट में समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर उनके साथ हुई हाथापाई का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी के बाद महंत राजू दास की जमकर पिटाई हुई। बूम ने पाया कि मुलायम सिंह पर टिप्पणी किए जाने के बाद राजू दास की पिटाई का दावा गलत है। यह वीडियो साल 2023 है।
राजू दास की मुलायम सिंह पर टिप्पणी
महाकुंभ में मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान की ओर से दिवंगत नेता की मूर्ति लगाई है। एक्स पर अखिलेश यादव के नाम की पैरोडी अकाउंट से इस मूर्ति की तस्वीर शेयर की गई. इस पोस्ट पर राजू दास ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी।
अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया। सपा समर्थक इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और राजू दास के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सपा नेता श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने महंत के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है।
फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक सपा समर्थक ने दावा किया कि ‘श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव जी को अपशब्द कहने वाले महंत राजूदास अयोध्या जमकर कूट दिए गए।’

पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो 2023 का है
वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर 15 फरवरी 2023 की जी न्यूज की एक रिपोर्ट मिली।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, यह फुटेज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित होटल में एक टीवी समाचार चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान का है, जहां महंत राजू दास और तत्कालीन समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी मौर्य के समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई थी।
असल में तब स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस और तुलसीदास के खिलाफ टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयां समाज के एक वर्ग का अपमान करती हैं। इस टिप्पणी से नाराज राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर काटने वाले को 21 लाख का इनाम देने की घोषणा की थी।

संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें इस घटना से संबंधित कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं। खबरों के मुताबिक हाथापाई की यह घटना 15 फरवरी 2023 की है। दोनों पक्ष लखनऊ के ताज होटल में एबीपी चैनल द्वारा आयोजित डिबेट में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उनके बीच तीखी बहस हो गई जो मारपीट में तब्दील हो गई।
क्या था मामला
तब स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस की पंक्तियों को लेकर की गई टिप्पणी के बाद बवाल मच गया था। मौर्य ने कथित तौर पर राजू दास को रामचरित मानस का ठेकेदार और भगवा आतंकी कहा था. इसके बाद उनके बीच जुबानी जंग छिड़ गई।
राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर केस दर्ज करने की भी बात की थी। दूसरी तरफ मौर्य ने लखनऊ कमिश्नर को एक पत्र लिखकर राजू दास और उनके समर्थकों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया था। रामचरित मानस पर की गई टिप्पणियों का यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था।
स्वामी प्रसाद ने समाजवादी पार्टी से अलग होकर फरवरी 2022 में अपनी पार्टी ‘राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी‘ बना ली थी।
(This story was originally published by BOOM as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)