Fact Check: संभल मस्जिद के सर्वे में मूर्तियां मिलने का दावा गलत, पड़ताल में जानें वायरल तस्वीरों की सच्चाई
ऑटो-ट्रांसपोर्ट

Fact Check: संभल मस्जिद के सर्वे में मूर्तियां मिलने का दावा गलत, पड़ताल में जानें वायरल तस्वीरों की सच्चाई

Spread the love


हिंदु धर्म से संबंधित चार मूर्तियों की तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल है। इन तस्वीरों में दो मूर्ति, एक शिवलिंग और एक चिह्न नजर आ रहे हैं। 

Trending Videos

क्या है दावा 

इन तस्वीरों को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान मिली भगवान विष्णु की 1500 ईसवीं पुरानी एक मूर्ति, एक शिवलिंग और एक सुदर्शन चक्र की तस्वीरें हैं। 

बूम ने जांच में पाया कि इन तस्वीरों को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल कोलाज की तीन तस्वीरें कर्नाटक में एक पुल निर्माण के दौरान कृष्णा नदी में मिलीं हिंदू मूर्तियां की हैं। इसके अलावा कोलाज में शामिल सुदर्शन चक्र की तस्वीर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट इंडियामार्ट पर सेल किए जा रहे एक आइटम की है।

गौरतलब है कि 24 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर हो रहे दूसरे चरण के सर्वे के दौरान मस्जिद के बाहर हिंसा भड़क गई, जिसमें चार की मौत हो गई थी। इसके बाद संभल में 16 दिसंबर को एक शिव मंदिर के पास स्थित एक कुएं की खुदाई के दौरान तीन मूर्तियां मिलीं थीं।

फेसबुक पर एक यूजर ने इन चार तस्वीरों के एक कोलाज को तेलुगू कैप्शन के साथ शेयर किया। कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, ‘ संभल मस्जिद सर्वे के दौरान 1500 साल पुरानी भगवान विष्णु की मूर्ति, सुदर्शन चक्र और हिंदू प्रतीक चिह्न मिले. इसे हर हिंदू को अपने धर्म के लोगों से शेयर करना चाहिए।’

(आर्काइव लिंक)

फैक्ट चेक

वायरल तस्वीरें संभल की नहीं हैं

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया तो हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। इनमें वायरल कोलाज वाली तीन तस्वीरें थीं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि यह मूर्तियां कर्नाटक के रायचूर में एक नदी के किनारे से बरामद की गई थीं।

तीन तस्वीरें कर्नाटक में मिलीं मूर्तियों की

इंडिया टुडे की 7 फरवरी 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, रायचूर के देवसुगुर गांव में एक पुल निर्माण कार्य के दौरान कृष्णा नदी में एक शिवलिंग और भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति मिली थी। रिपोर्ट में इनकी तस्वीर भी शामिल है. वायरल पोस्ट वालीं तीन तस्वीर इसी मूर्ति और शिवलिंग की हैं।

 

सुदर्शन चक्र वाली तस्वीर शापिंग वेबसाइट की है

वायरल पोस्ट में शामिल सुदर्शन चक्र की चौथी तस्वीर को एक ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट इंडियामार्ट पर देखा जा सकता है। वेबसाइट पर बिक्री के लिए प्रदर्शित इस सुदर्शनचक्र के बारे में विवरण बताया गया कि यह एक ‘पीतल धातु का सुदर्शन चक्र है। इस प्रोडक्ट का सेलर तेलंगाना के नागोले में स्थित कोलचरम आर्ट्स क्रिएशन है।

(This story was originally published by BOOM as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)

 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *