FIR against Manish Sisodia: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली आम आदमी पार्टी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पार्टी के दो बड़े नेताओं- मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है। यह मामला दिल्ली के स्कूलों में कक्षाओं को बनाने में 1,300 करोड़ रुपए के कथित घोटाले का है। 2022 में दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने इस कथित घोटाले की जांच की सिफारिश की थी और अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी थी।
सूत्रों ने बताया कि यह घोटाला तब हुआ था जब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में सिसोदिया और जैन मंत्री थे। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने 17 फरवरी, 2020 की एक रिपोर्ट में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों में 2,400 से अधिक कक्षाओं के निर्माण में “घोर अनियमितताओं” को उजागर किया था।
केजरीवाल के खिलाफ FIR दर्ज करने का दिया था आदेश
दो दिन पहले (11 मार्च) को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक स्थानीय अदालत की ओर से बड़ा झटका लगा था। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया था कि केजरीवाल और अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए। इस मामले में शिकायतकर्ता शिवकुमार सक्सेना ने अदालत में याचिका दायर की थी।
यह मामला राजधानी में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाने के लिए सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के आरोपों का है। केजरीवाल और अन्य लोगों के खिलाफ सक्सेना की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में 2019 में द्वारका में अवैध होर्डिंग लगाने का आरोप लगाया गया था।
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सत्ता से बाहर हुई AAP
बताना होगा कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 2015 से लेकर 2025 तक लगातार सरकार चलाई थी। आम आदमी पार्टी इस बार 22 सीटें ही जीत सकी थी जबकि बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली थी। केजरीवाल खुद भी इस बार विधानसभा का चुनाव हार गए थे। उन्हें नई दिल्ली सीट से बीजेपी के उम्मीदवार और मौजूदा सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने हराया था। इसके अलावा मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी हार का मुंह देखना पड़ा था।
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