Google Trends: जापान की एक 108 वर्षीय शित्सुई हकोइशी ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है, जो कि इस उम्र में भी खुद अपने सैलून में सारे काम कर रही हैं। द गार्डियन की रिपोर्ट्स के मुताबिक हकोइशी को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सम्मानित किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, हकोइशी अपने सैलून में अभी भी ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहती हैं। उनका जन्म 1916 में नाकागाव के एक किसान परिवार में पांच में से चौथे के रूप में हुआ था, जो उस समय ओची नाम के गांव के तौर पर जाना जाता था। वह अपने 5 भाई बहनों में चौथे नंबर की बच्ची थीं। हकोइशी महज 14 साल की उम्र में टोक्यो चली गई थी और एक प्रोफेशनल बार्बर के तौर काम करना शुरू कर दिया था।
पति के साथ खोला था सैलून
हकोइशी ने 1936 में 20 वर्ष की उम्र में ठीक पहले अपना नाई का लाइसेंस हासिल कर लिया थ और अपने पति जीरो के साथ अपना सैलून खोला। अपनी अविश्वसनीय उपलब्धि का जश्न मना रहे दोस्तों और पड़ोसियों के साथ, उस दौर को याद किया, जब युद्ध की वजह से उनका सैलून बर्बाद हो गया था। इसके चलते उन्हें नाकागावा लौटना पड़ा और इंपीरियल जापानी सेना में कार्यरत उनके पति कभी युद्ध से वापस नहीं लौटे थे। उन्हें 1953 में अपने पति की मौत की सूचना मिली थी।
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ओलंपिक की मशाल उठाने का मिला मौका
जब उन्हें अपने पति के मरने की जानकारी मिली, तो उन्होंने महज एक कुर्सी वाला सैलून खोला और उसके जरिए अपने बच्चों को पालने लगीं। अपनी लंबी उम्र का क्रेडिट हकोइशी मूल रूप से अपने डेली एक्सरसाइज करने को देती हैं। इसके चलते ही उन्हें 2021 के टोक्यो ओलंपिक में उन्हें ओलंपिक की मशाल वाहक के तौर पर भी चुना गया
हकोइशी ने माना कि घुटनों में लगातार दर्द के कारण वह अब उतना काम नहीं कर पाती हैं, जितना असल में वह करना चाहती हैं। उन्होने कहा कि जब मैं छोटी थी, तब से मेरा जीवन कठिनाइयों से भरा रहा है, लेकिन मैं वास्तव में खुश हूं। कुछ लोग मुझसे मिलने के लिए दूर-दूर से आते हैं, इसलिए मैं जब तक संभव हो, तब तक यह काम जारी रखना चाहती हूं। ट्रेंडिंग से जुड़ी अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।