Holika Dahan 2025: हिंदू धर्म में होली का पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। इस दिन होलिका दहन से पहले पूजा पाठ करने से लेकर उसकी राख घर लाना शुभ माना जाा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, होलिका दहन के समय निकलने वाली आग की लौ की जो दिशा होती है उसके द्वारा काफी हद तक आने वाले दिनों का भविष्य जाना जा सकता है। ज्योतिषी सलोनी चौधरी के अनुसार, होलिका दहन के समय आग से निकलने वाली लौ या फिर धुंआ को देखकर इस बात का काफी हद का अंदाजा लगा सकते हैं। आइए जानते हैं किस तरह की आग की लौ का क्या है संकेत?…
सीधी लौ हो, तो
अगर होलिका दहन के समय आग की लौ सीधी आसमान की तरफ जा रही हैं, तो इसका मतलब है कि सुख-समृद्धि बनी रहेगी, जो दिन दुना रात चौगुनी बढ़ेगी।
आग की लौ पूर्व दिशा की ओर हो, तो
अगर होलिका दहन के अग्नि की लौ पूर्व दिशा की ओर जा रही है, जो समझ लें कि समाज का धर्म, अध्यात्म की ओर अधिक झुकाव होगा। शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रभाव पड़ेगा।
होलिका दहन की लौ पश्चिम दिशा की ओर हो, तो
अगर होलिका दहन के समय आग की लौ पश्चिम दिशा की ओर उठे, तो इसका मतलब है कि कुछ प्राकृतिक आपदाएं आ सकती है। इसके साथ ही धीमे-धीमे आर्थिक प्रगति भी हो सकती है।
लौ उत्तर दिशा की ओर हो, तो
शास्त्रों में उत्तर दिशा को सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिशा में कुबेर का वास होता है। इसके साथ ही हर देवी-देवता का आशीर्वाद होता है। ऐसे में अगर अग्नि की लौ दिशा की ओर जाता है, तो इसे आर्थिक प्रगति के रूप में देखा जाता है।
अग्नि की लौ दक्षिण दिशा की ओर हो, तो
अगर होलिका दहन की अग्नि की लौ दक्षिण दिशा की ओर जा रही है, तो इसे अशुभ माना जाता है। इससे सुख-शांति कमी होने के साथ वाद-विवाद बढ़ सकते हैं।
मार्च माह में कई ग्रह और नक्षत्र की स्थिति में बदलाव होने वाला है जिसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ सकता है। इस माह शनि भी राशि परिवर्तन करेंगे। आइए जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों के लिए कैसा बीतेगा मार्च माह। जानें मासिक राशिफल
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