कानपुर का मौसम
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हिमालय से आ रही सूखी ठंडी पछुवा ने माहौल में गलन बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि हवा में नमी नहीं है। यह सिर्फ ठंडी है। इससे गलन अधिक तकलीफ देह हो जाती है। सूखी हवा से पशुओं और मानव दोनों को दिक्कत होती है। बारिश होने के बाद हवा में नमी बढ़ जाएगी। हवाओं की रफ्तार बढ़ने से धुंध कम हो गई है। सीएसए के मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह दृश्यता सामान्य दो किमी की तुलना में 1700 मीटर रही। हवाओं में निरंतरता बने की रहने की वजह से आने वाले दो दिनों में ठंड और बढ़ने का अनुमान है।