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काशी में पेशवाई के दाैरान शोभायात्रा की खास झलक।
– फोटो : अमर उजाला
Mahashivratri 2025 : बाबा विश्वनाथ की नगरी में कण-कण शंकर का भाव बुधवार को साकार हुआ। गंगा घाट, गलियां और सड़कों पर शिव के गणों का जयघोष गूंजता रहा। महाशिवरात्रि पर सात अखाड़ों के 10 हजार से ज्यादा नागा साधु, संन्यासी और संतों ने अपने आराध्य को त्रिवेणी का पुण्य अर्पित किया।

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शोभायात्रा के दाैरान शिव का वेश धारण किए युवक की फोटो लेते लोग।
– फोटो : अमर उजाला
अखाड़ों की पेशवाई यानी राजसी यात्रा में साधु-संन्यासियों की भीड़ इतनी थी कि तीन किलोमीटर लंबी कतार लग गई। पेशवाई के साथ ही दर्शन-पूजन की प्रक्रिया करीब पांच घंटे तक चली। राज्य सरकार की तरफ से हेलिकॉप्टर के जरिये साधु-संन्यासियों के साथ ही कतारबद्ध श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए गए।

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काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की कतार।
– फोटो : अमर उजाला
शस्त्र और शास्त्र से महादेव के चरणों में श्रद्धा का भाव अर्पित किया। इसके साथ ही महाकुंभ की यात्रा भी पूर्ण हो गई। यह पहला मौका था, जब अखाड़ों ने गेट नंबर चार से धाम में प्रवेश किया। श्री शंभू पंचदशनाम जूना अखाड़े की पेशवाई बुधवार की सुबह 6.25 बजे गोदौलिया चौराहे पर पहुंची।

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हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ भक्त।
– फोटो : अमर उजाला
हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए नागा साधुओं की टोली निकली तो सड़क किनारे खड़े श्रद्धालुओं के हाथ खुद ब खुद जुड़ने लगे। नागा साधुओं का आशीष पाने के लिए हर कोई आतुर दिखा। करतब और कौशल का प्रदर्शन करते हुए नागा साधुओं की टोली बाबा के धाम की ओर बढ़ी।

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काश्नी में नागा साधु की पेशवाई।
– फोटो : अमर उजाला
हनुमान घाट से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक सुरक्षा के खास इंतजाम रहे। ड्रोन से निगरानी की गई। अखाड़ों का स्वागत मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चनप्पा, मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्र और एसडीएम शंभूशरण ने माला पहनाकर स्वागत किया।