Meerut Kidnapper, Family, Sunil Pal, Police, Kidnappers, Radhe Shyam Jewellers, Akash Ganga Jewellers, Mumbai Delhi, mushtaq khan kidnapping case, sunil pal kidnapping case Lavi’s henchman Arjun arrested in comedian Sunil Pal kidnapping case | कॉमेडियन सुनील पाल किडनैप में लवी का गुर्गा अर्जुन गिरफ्तार: 2 लाख रुपये और स्कार्पियो गाड़ी बरामद, मास्टर माइंड देता था टास्क , खुलासे में चौंकाने वाली जानकारी होगी उजागर – Meerut News
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Meerut Kidnapper, Family, Sunil Pal, Police, Kidnappers, Radhe Shyam Jewellers, Akash Ganga Jewellers, Mumbai Delhi, mushtaq khan kidnapping case, sunil pal kidnapping case Lavi’s henchman Arjun arrested in comedian Sunil Pal kidnapping case | कॉमेडियन सुनील पाल किडनैप में लवी का गुर्गा अर्जुन गिरफ्तार: 2 लाख रुपये और स्कार्पियो गाड़ी बरामद, मास्टर माइंड देता था टास्क , खुलासे में चौंकाने वाली जानकारी होगी उजागर – Meerut News

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एक्टर मुश्ताक खान किडनैप में जहां बिजनौर पुलिस ने शनिवार को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया वहीं, मेरठ पुलिस ने लवी के खासमखास अर्जुन कर्णवाल को गिरफ्तार कर लिया है। अर्जुन के पास से किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कार्पियो कार और 2 लाख रुपये बरामद किए गए है

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अर्जुन ने बताया है कि उनको लवी टास्क देता था। किसका किडनैप करना है। कितनी फिरोती वसूलनी है। पूरी कहानी के बारे में सिर्फ लवी ही जानता था। उनको सिर्फ इतना पता होता था जितना लवी बताता था।

अर्जुन के इस बयान से साफ हो गया है कि जितने भी गुर्गे मेरठ और बिजनौर में पकड़े गए हैं, वे सिर्फ लवी के दिए गए टास्क पर काम करते थे। असल खेल लवी ही खेलता था। ऐसे में लवी की गिरफ्तारी के बाद इन दोनों किडनैप के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ सकती हैं।

मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि अपहरण की पूरी कहानी मास्टर माइंड लवी की गिरफ्तारी के बाद सामने आएगी। आरोपी लवी के कहने पर काम रहे थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

दरअसल कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण के बाद ही बॉलीवुड एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की बात सामने आई थी। मुंबई में सुनील पाल के किडनैप का मामला दर्ज होने के बाद केस मेरठ में ट्रांसफर किया गया है। उसके बाद ही एक्टर मुश्ताक के अपहरण की कहानी सामने आई। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि लवी और अर्जुन ने फिरोती की रकम से मेरठ में दो ज्वेलर्स से यहां से ज्वेलरी खरीदी थी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। लवी की गिरफ्तारी के बाद सारी सच्चाई सामने आएगी।

बिजनौर में हुई 4 गिरफ्तारी

एसपी बिजनौर ने शनिवार को बताया कि 09 दिसंबर 2024 को सिने अभिनेता मुश्ताक मौहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने थाना कोतवाली शहर पर तहरीर दी कि दिनांक 15 अक्टूबर को मेरठ से राहुल सैनी नामक व्यक्ति द्वारा मुश्ताक मौहम्मद खान से वरिष्ठ लोगों को मेरठ में सम्मानित करने हेतु इवेंट के संबंध में फोन पर बात की गई। इवेंट के लिये राहुल सैनी ने एडवांस 25000 की पेमेंट भेजी और 20 दिसंबर को अभिनेता को मुंबई से दिल्ली के लिये एक फ्लाइट टिकट बुक कराया।

मुश्ताक मौहम्मद खान दिल्ली एयरपोर्ट से राहुल सैनी द्वारा बुक कराई कैब में बैठ गए। वहां से उनको मेरठ लाया गया। रास्ते में कैब ड्राइवर द्वारा गाड़ी को रोककर मुश्ताक मौहम्मद खान को एक अन्य गाड़ी में यह कहकर बैठाया गया कि यह मेरठ जायेगी। कुछ दूर जाने के बाद दो लोग कार में ओ बैठ गए।

मुश्ताक मौहम्मद खान को किडनैप करके एक घर में ले गये। पैसों की मांग की गई। फोन का पासवर्ड ले लिया। 21. नवंबर की सुबह मुश्ताक खान उनसे बचकर निकल गए व वापस मुंबई लौट गए। उनका मोबाइल, बैग एवं अन्य सामान अपहरण कर्ताओं के पास रह गया। मोबाइल बैंकिग के द्वारा अपहरण कर्ताओं ने उनके बैंक खाते से करीब 02 लाख 20 हजार रुपए की खरीदारी व कैश ट्रांसफर के माध्यम से निकाले।

मुश्ताक खान

मुश्ताक खान

गैंग में 10 लोग शामिल

पुलिस ने इस मामले में सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की पुत्र राजीव कुमार निवासी मौहल्ला जाटान कोतवाली बिजनौर, सबीउद्दीन उर्फ संबी पुत्र सलीमुद्दीन निवासी मोहल्ला आचारजान सब्जी मंडी कोतवाली बिजनौर, अजीम पुत्र नसीम अहमद निवासी मोहल्ला कस्साबान कोतवाली जनपद बिजनौर और शशांक कुमार पुत्र स्पेन्द्र कुमार निवासी बी-162 जनकपुरी थाना साहिबाबाद गाजियाबाद को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास 104000 रुपये बरामद किए गए।

सीसीटीवी फुटेज में लवी और अर्जुन

सीसीटीवी फुटेज में लवी और अर्जुन

लवी ने बनाई थी प्लानिंग, कहा था खूब पैसा कमाएंगे

गिरफ्तार रिक्की उर्फ सार्थक ने बताया कि वह नगर पालिका का पूर्व सभासद था। लवी उसका दोस्त है, उसने इस घटना की पूरी प्लानिंग की। वह लवी को करीब 10 वर्षों से जानता है। कुछ समय पहले उसने एक झगड़े में लवी का फैसला कराया था, जिससे उसकी लवी से गहरी दोस्ती हो गई। लवी ने बताया कि वह मुम्बई के कई अभिनेताओं को जानता है। लवी ने उसे यह भी बताया कि अभिनेता लोग पैसे देने के बाद अपनी बदनामी की वजह से इसकी शिकायत पुलिस में नही करते हैं। यही सारी बातें बताकर लवी ने उसे तथा उसके दोस्त सबीउद्दीन, अजीम एवं अन्य लोगों को अपने साथ कर लिया। लवी ने वादा किया कि जो भी पैसा मिलेगा उसका हिस्सा सभी लोग बांट लेंगे।

20 नवंबर काे को सार्थक, लवी, आकाश, शिवा, अर्जुन, अंकित, अजीम, शुभम और सबीउद्दीन किराये की स्विफ्ट डिजायर व लवी की स्कॉर्पियो में बैठकर दिल्ली के लिये निकले। गाजियाबाद में उन्हे लवी का दोस्त शशांक मिला, जिसने अभिनेता के आने के हवाई जहाज के टिकट बुक कराये थे। शशांक भी इनके साथ हो लिया।

जहां सीसीटीवी नहीं वहां बैठे

ये लोग दिल्ली बॉर्डर पर स्थित जैन शिकंजी रेस्टोरेन्ट के पास पहुंचे, यहां पर सीसीटीवी कैमरा नही था और अभिनेता का इंतजार करने लगे। लवी, अभिनेता मुश्ताक मौहम्मद खान से राहुल सैनी बनकर लगातार बात कर रहा था। लवी ने अभिनेता को एयरपोर्ट से लाने के लिये कैब बुक कर रखी थी, जो शाम 04 बजे के करीब अभिनेता को लेकर अक्षरधाम मंदिर के पास पहुंची। रेस्टोरेंट में दिल्ली से बुक की गई कार को वापस कर दिया तथा अभिनेता को स्कॉर्पियो में बैठा लिया। लवी व उसके कुछ अन्य साथी स्कॉर्पियो में बैठ गये व अन्य लोग स्विफ्ट डिजायरसे वापस बिजनौर की तरफ चल दिये। तब तक अभिनेता को यह बात नहीं पता थी कि उसका अपहरण हो चुका है। रास्ते में इन लोगों ने अभिनेता को कब्जे में ले लिया। बिजनौर में लवी के फ्लैट पर ले आये। आरोपियों ने अभिनेता के साथ अभद्रता करते हुए मोबाइल फोन, पर्स, बैग आदि अपने कब्जे में ले लिये और उससे जबरन बैंक अकाउंट की डिटेल व पासवर्ड आदि ले लिये। इन सब कामों में रात हो गयी। सुबह मौका पाते ही अभिनेता मुश्ताक अपना सब सामान छोड़कर वहां से भाग निकले।

मुजफ्फरनगर और मेरठ में की शाॅपिंग

21 नवंबर को आरोपियों ने अभिनेता के मोबाइल से यूपीआई के माध्यम से मुजफ्फरनगर जाकर जनसेवा केन्द्र, साइबर कैफे, राशन की दुकान, मोबाइल शॉप आदि से करीब 02 लाख 20 हजार रुपये निकाले एवं खरीदारी की। जिसमें आरोपियों द्वारा अभिनेता के मोबाइल से यूपीआई पेमेंट कर जानसठ रोड स्थित मोबाइल शॉप से 25,250 रुपये, सूजडू खालापार स्थित मोबाइल दुकान से 25,400 रुपये ले लिये। विशाल ट्रेडर्स से 26,000 रुपये का राशन एवं न्यू भारत इलेक्ट्रॉनिक शॉप, खतौली से मिक्सर व हीटिंग रॉड आदि खरीदे। इसी प्रकार अभियुक्तों ने अन्य दुकानों एवं जनसेवा केन्द्र से पैसों का ट्रांजेक्शन कर लिया।

कई बड़े अभिनेताओं को टोकन मनी के कारण नहीं किया इन्वाइट

लवी ने दोस्ताें को बताया था कि उसने इवेंट के लिए कई बड़े अभिनेताओं की टोकन मनी के बारे में पूछा लेकिन उनकी फीस बहुत ज्यादा था। जिसके बाद लवी ने छोटे एक्टर को निशाना बनाने की प्लानिंग की।

अभिनेता राजेश पुरी को भी किया था इन्वाइट

पूछताछ में आरोपियों ने बताया गया कि पहले भी उन्होंने अभिनेता राजेश पुरी को इवेंट में बुलाया था लेकिन अभिनेता ने आरोपियों के साथ सेल्फी लेकर अपने किसी परिचित के पास भेज दी थी, जिस कारण ये लोग घटनानहीं कर पाये थे।

लवी समेत छह आरोपी हैं फरार

1. लवी उर्फ सुशांत उर्फ हिमांशु पुत्र स्व० जयपाल सिंह निवासी नई बस्ती थाना कोतवाली शहर जनपद बिजनौर

2. आकाश उर्फ गोला उर्फ दीपेन्द्र पुत्र आशाराम निवासी मौ० चाहशीरी थाना कोतवाली शहर जनपद बिजनौर

3. शिवा पुत्र लेखराज सिंह

निवासी मौ० चमरपेडा नई बस्ती थाना कोतवाली शहर जनपद बिजनौर

4. अर्जुन कर्णवाल पुत्र रवि निवासी बुल्ला का चौराहा थाना कोतवाली शहर जनपद बिजनौर

5. अंकित उर्फ पहाडी पुत्र रवि खन्ना निवासी सांई मंदिर के पास मोहल्ला शम्भा बाजार थाना कोतवाली शहर बिजनौर

6. शुभम (लवी का मौसेरा भाई)

आरोपी सार्थक चौधरी उर्फ सिद्धार्थ उर्फ रिक्की के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई थानों में 10 मुकदमे हैं

शशांक खुद को पुलिस वाला बताता था।

3 साल पहले मुंबई गया था लवी

पुलिस की जांच में सामने आया है कि सुनील पाल और मुश्ताक खान को किडनैप करने वाला लवी 3 साल पहले मुुंबई गया था। इसी दौरान उसने बॉलीवुड के कई कलाकारों से पहचान बढ़ाई। वो कई कलाकारों के करीब पहुंच गया।

उन कलाकारों के साथ फोटो लेकर उसने बहुत से युवकों को बॉलीवुड के कलाकारों के साथ काम कराने का झांसा दिया। इसके बाद उसने उन युवकों से ठगी भी की।

लवी पाल ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। 2016 में एक चोरी के मामले में जेल गया था।

सुनील पाल

सुनील पाल

अब पढ़िए वो खौफनाक दास्तां जो सुनील ने पुलिस को सुनाई

इन्हीं आरोपियों ने कॉमेडियन सुनील पाल का किडनैप किया। इसके बाद ही मुश्ताक खान के किडनैप की बात सामने आई। सुनील पाल का मामला महाराष्ट्र में दर्ज होने के बाद मेरठ में ट्रांसफर किया जा चुका है।

पुलिस ने कॉमेडियन सुनील पाल को दो दिन पहले मुंबई के सांताक्रूज थाने में बुलाया। यहां पर थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने सुनील के बयान दर्ज किए। सुनील ने बताया कि जिंदगी भर वह लोगों को हंसाते रहे, डर से न घबराने की सलाह देते रहे। मगर 2 दिसंबर का दिन उनके लिए बेहद डरावना और कभी न भूलने वाला अनुभव दे गया। मैं कभी इतना नहीं डरा, जितना उस दिन डरा।

मेरी जिंदगी के वो 22 घंटे बेहद डरावने वाले थे। मैं हर पल वहां से भागने के बारे में सोच रहा था, कभी सोचता था क्या मैं सही सलामत अपनों के बीच पहुंच पाउंगा।

बताया-अपहरण कर आरोपियों ने मुझे बेड पर लिटाया था, मगर वह बेड के पास ही जमीन पर सोते थे। मेरा मोबाइल छीन लिया, पासवर्ड पूछकर उससे मेरी निजी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद आरोपियों ने मुझे डराना और धमकाना शुरू कर दिया। जहर का इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। मुझे टॉर्चर किया।

मैं इतना डर गया था, आरोपियों ने जो कहा मैंने वो किया, जो बुलवाया, वो मैंने बोला।

सुनील पाल ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले लवी पाल और पूर्व पार्षद सार्थक उर्फ रिक्की ने अपने 8 साथियों के साथ एक फर्जी इवेंट कंपनी बनाई। उसके जरिये मुझे बुकिंग करके मेरठ बुलाया। 2 दिसंबर को मुझे और 21 नवंबर को कॉमेडियन मुश्ताक खान को इवेंट के लिए बुक किया। मेरठ पहुंचने पर मुश्ताक खान को अगवा कर लिया गया।

फिर इसी तरह से मुझे हरिद्वार में कार्यक्रम कराने के बहाने बुलाकर मेरठ से अगवा किया गया। हम दोनों को बिजनौर में अगवा करके रखा गया। उन्होंने दिल्ली से मेरठ पहुंचने फिर किडनैप होने के बाद से छूटने तक की दास्तां प्वाइंट टू प्वाइंट पुलिस को बताई।

अब पुलिस की अब तक की जांच समझिए…

पुलिस जांच में कॉमेडियन सुनील पाल का अपहरण करने वाले बदमाश बिजनौर के रहने वाले निकले थे। मुख्य आरोपियों की पहचान बिजनौर निवासी लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल के रूप में हुई। मेरठ पुलिस ने शहर के 100 से अधिक CCTV खंगालकर आरोपियों की पहचान की।

जानिए क्या है पूरा मामला

कॉमेडियन सुनील पाल के मुताबिक उनको 2 दिसंबर की रात हरिद्वार के एक इवेंट में बुलाया गया था। सुनील पाल फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से मेरठ के बीच सुनील पाल को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर सुनील पाल को मेरठ लाए। आंखों पर पट्‌टी बांधकर मेरठ में रखा गया।

दोस्तों को फोन करके 8 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की सारी रकम ऑनलाइन मंगाई गई। इसके बाद बदमाशों ने बेगमपुल के आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख रुपए और जवाहर क्वार्टर में अक्षित सिंघल की शॉप से सवा 2 लाख के जेवरात खरीदे। दोनों जगह पर सुनील पाल के नाम से बिल बनवाए। सुनील पाल के आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी भी दी गई।

3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। ​​​​​​पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया।

सुनील पाल के मुताबिक, 16 दिन पहले पहले अनिल नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। उसने सुनील को हरिद्वार के एक इंवेंट में आने को कहा। इसके लिए सुनील पाल को कुछ रकम भी ट्रांसफर की।

2 दिसंबर को सुनील दिल्ली पहुंचे तो इवेंट कंपनी की तरफ से उनको हरिद्वार ले जाने के लिए कार भेज दी गई। सुनील के कार में बैठते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया।



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