इसमें कहा गया कि 15 अक्तूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक खान से वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करने करने के लिए आयोजित कार्यक्रम के संबंध में बात की। कार्यक्रम के लिए राहुल सैनी ने रकम का भुगतान किया और 20 नवंबर का मुंबई से दिल्ली के लिए एक फ्लाइट टिकट बुक कराया। 20 नवंबर को मुश्ताक खान को दिल्ली एयरपोर्ट से राहुल सैनी द्वारा बुक कराई गई स्कॉर्पियो से रिसीव किया गया। यह स्कॉर्पियो मेरठ लेकर आने वाली थी, जिसमें ड्राइवर के साथ एक अन्य व्यक्ति भी सवार था।
उधर, जैन शिकंजी के पास ड्राइवर ने स्कॉर्पियो रोक ली और मुश्ताक को दूसरी गाड़ी में बैठा लिया। इस गाड़ी को भी स्कॉर्पियो का ड्राइवर ही चला रहा था। कुछ दूर चलने के बाद गाड़ी में दो अन्य लोग भी सवार हो गए। इसका मुश्ताक मोहम्मद खान ने विरोध किया। मगर, आरोपियों ने आतंकित करते हुए अपहरण कर लिया और अज्ञात जगह पर ले गए। इसके बाद उनका मोबाइल लेकर एकाउंट से दो लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।
मस्जिद में ली थी शरण
इस दौरान आरोपी शराब पार्टी करते रहे और बॉलीवुड एक्टर को प्रताड़ित भी करते रहे। मुश्ताक मोहम्मद खान को बदमाशों के चंगुल में रातभर यह आभास ही नहीं हुआ कि जंगल में हैं या आबादी में। 21 नवंबर की सुबह अजान की आवाज सुनी तो उन्हें आबादी के बीच होने का पता चला। बदमाशों के नशे में होने के बाद वह अपना सामान छोड़कर सिर्फ जूते लेकर भाग निकले और चाहशीरी की एक मस्जिद में शरण ली।