आगरा के थाना सदर पुलिस ने देह व्यापार पीड़ित बालिका के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर बालिका की पहचान उजागर करने के आरोप में फिरोजाबाद के गांव रसूलपुर निवासी श्रीकांत उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को उसे अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
थाना सदर पुलिस ने बताया कि बताया कि 22 जुलाई को 9 साल की बालिका ने एक घर से बाहर निकलकर मदद की गुहार लगाई थी। एक राहगीर की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। बच्ची ने बताया था कि उसे घर में कैद करके रखा गया था। उससे देह व्यापार कराया जा रहा था। बालिका के शरीर पर कई चोट के निशान थे। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर बालिका का मेडिकल कराया था। इस बीच किसी ने सोशल मीडिया पर बालिका के वीडियो फुटेज और फोटो वायरल कर दिए जिससे बालिका की पहचान उजागर हो गई थी।
पुलिस ने आईडी की जांच की। यह श्रीकांत उपाध्याय के नाम पर थी। इस पर उसके खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 72 एवं किशोर न्याय अधिनियम की धारा 74 के तहत यौन अपराधों से पीड़ित बच्चों की पहचान उजागर करने के आरोप में केस दर्ज किया था। पुलिस ने सोमवार को बुंदू कटरा से आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पीड़िता की मदद करना चाहता था। इसलिए वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। उन्हें कानून की जानकारी नहीं थी। बाद में उन्हें पता चला। पुलिस ने वीडियो हटवाया था।