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- Rahu Is The Planet Of Darkness: Rahu’s Condition Causes Stress And Loss, During This Time People Are Not Afraid Of Committing Sins And Crimes
19 मिनट पहले
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कुंडली में जब राहु की महादशा,अंतरदशा या प्रत्यंतर दशा चल रही होती है तो लोग मानसिक रूप से परेशान रहते हैं। इस समय हर तरफ से नुकसान होता है। इस दरमियान लोग पाप या अपराध करने से भी नहीं डरते। क्योंकि राहु अंधकार का ग्रह है। जब ये अपना असर दिखाता है तो इंसान की बुद्धि राहु की तरह ही उल्टी चलने लगती है।
अंतरराष्ट्रीय वैदिक ज्योतिषी हेमंत कासट से समझते हैं, राहु के प्रभाव के बारे में…
राहु सूर्य और चंद्रमा का शत्रु है। ये दोनों ही ग्रह आत्मा और मन को प्रभावित करते हैं, इसलिए लोग सही-गलत समझते हुए भी राहु के प्रभाव के कारण पाप करने से नहीं डरते हैं।
जब लोगों पर राहु का असर कम होने लगता है, तब तक मान, सम्मान सब खत्म हो चुका होता है। विचारों में अंधकार झलता है। गलत कामों के कारण कुछ लोग तो जेल भी चले जाते हैं। राहु के बेहद खराब असर के कारण कुछ लोग तो डिप्रेशन में भी चले जाते हैं।
ये ही कारण है कि राहु की महादशा आने पर गंगाजल पीने और गंगा स्नान करने का उपाय बताया जाता है। इस उपाय का आध्यात्मिक नजरिया होता है। गंगाजल से तन, मन और वचन से पवित्रता के साथ जीवन शुरू होता है। किसी भी प्रकार का पाप नही होता है। जहां पाप नहीं होता वहां राहु का असर खत्म हो जाता है।
उपाय: राहु सिर्फ सिर है, इसलिए सिर पर गंगाजल के समान पूर्ण पवित्रता के विचारों को स्वीकार करना चाहिए। अच्छे विचारों के साथ जीना चाहिए। पुरानी गलतियों का भी पश्चाताप करें। इससे राहु अचानक फायदे के रास्तों पर ले जाकर आपको थोड़े समय में ही सर्वोच्च पद दिला देता है।