मुंबई1 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

ई-कॉमर्स कंपनी नायका का वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 51.34% बढ़कर ₹26.41 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कॉन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹17.45 करोड़ रहा था।
नायका ने आज यानी 10 फरवरी को तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के ऑपरेशन से कॉन्सॉलिडेटेड रेवेन्यू यानी आय में सालाना आधार पर 26.78% की बढ़ोतरी हुई है।
ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹2,267.21 करोड़ रहा
FY25 की तीसरी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹2,267.21 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की तीसरी तिमाही में रेवेन्यू ₹1,788.80 करोड़ रहा था।
कंपनी की टोटल इनकम 26.50% बढ़ी
तीसरी तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम सालाना आधार पर 26.50% बढ़कर ₹2,272.74 करोड़ रही। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की तीसरी तिमाही में टोटल इनकम ₹1,796.38 करोड़ रही थी।

नायका ने एक साल में दिया 17% रिटर्न
नायका का शेयर आज 1.69% गिरकर ₹170.52 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने निवेशकों को 17.08% का रिटर्न दिया है। बीते 6 महीने में शेयर 12.37% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 48.52 हजार करोड़ रुपए है।

क्या होता है स्टैंडअलोन और कॉन्सॉलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कॉन्सॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
फाल्गुनी नायर ने 2012 में कंपनी की नींव रखी थी
मेकअप, ब्यूटी और फैशन इंडस्ट्री का फेमस ब्रांड है नायका। इसकी फाउंडर हैं- फाल्गुनी नायर। 2012 में जब इसकी नींव रखी गई, तब नाम – FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स यानी फाल्गुनी संजय नायर ई-कॉमर्स वेंचर्स था।
फाल्गुनी एक अच्छे जॉब में थीं, अचानक उन्हें बिजनेस करने का ख्याल आया और उन्होंने नौकरी से रिजाइन कर दिया। नायका के प्लेटफॉर्म पर इस समय 4000 से ज्यादा ब्रांड्स मौजूद हैं।