पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम:  किसी को प्रतिनिधि बनाना हो तो ये तीन गुण देखना
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पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: किसी को प्रतिनिधि बनाना हो तो ये तीन गुण देखना

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14 मिनट पहले

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पं. विजयशंकर मेहता - Dainik Bhaskar

पं. विजयशंकर मेहता

प्रतिनिधि शब्द का अर्थ है- देवी-देवताओं की मूर्ति। फिर प्रतिनिधि शब्द का विस्तार हुआ और लोगों के साथ जुड़ गया। प्रतिनिधि शब्द में प्रवक्ता, प्रतिरूप, प्रचारक- ये तीन बातें समाई हैं। एक प्रतिनिधि प्रवक्ता के रूप में प्रखर हो, प्रतिरूप के रूप में प्रामाणिक हो और प्रचारक के रूप में प्रज्ञापूर्ण हो।

यदि आपको किसी को प्रतिनिधि बनाना हो तो ये तीन गुण देखना। और यदि आप किसी के प्रतिनिधि बन रहे हों तो इन तीन गुणों का विस्तार अपने भीतर करिएगा। जब रामजी के प्रतिनिधि बनकर हनुमानजी लंका में गए और लौटकर आए तो रामदूत के रूप में स्थापित हुए।

किसी को सीखना है कि प्रतिनिधि बनकर श्रेष्ठ कार्य कैसे करें तो सुंदरकांड पढ़ना चाहिए। महाभारत में पाण्डवों की ओर से प्रतिनिधि बनकर गए थे श्रीकृष्ण। कौरवों की भरी सभा में उन्होंने जो भूमिका निभाई थी, इतिहास उनको प्रणाम करता है। प्रतिनिधि को समझा जाए। आजकल प्रतिनिधि बनना और बनाना भी एक तमाशा हो गया है, कर्त्तव्य और अधिकार का दुरुपयोग बन गया है।

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