6 घंटे पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल
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आजकल कई तरह के रिलेशनशिप ट्रेंड में चल रहे हैं। इनमें डेटिंग, लिव-इन, सिचुएशनशिप, कैजुअल रिलेशनशिप, घोस्टिंग, लव बॉम्बिंग, बेचिंग, फ्रेंड्स विद बेनिफट्स आदि–आदि।
लेकिन सच तो ये है कि समय कोई भी हो, कमिटेड रिलेशनशिप से बेहतर कोई दूसरा रिश्ता नहीं है। ये हम नहीं कह रहे। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक रिसर्च यह बताती है कि कमिटमेंट हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को गहराई से प्रभावित करता है। यह हमारी जिंदगी में पॉजिटिविटी को बरकरार रखता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिव्यू रिपोर्ट के मुताबिक, कमिटेड रिलेशनशिप का मेंटल हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसलिए आज रिलेशनशिप कॉलम में बात कमिटेड रिलेशनशिप की। साथ ही जानेंगे कि यह हमारी ओवरऑल हेल्थ पर क्या प्रभाव डालता है।
कमिटेड रिलेशनशिप क्या है?
कमिटेड रिलेशनशिप एक ऐसा रोमांटिक रिश्ता है, जिसमें पार्टनर्स एक साथ जीवन बिताने के लिए कमिटेड होते हैं। वे एक-दूसरे पर पूर्ण विश्वास करते हैं। उनके लिए रिश्ता एक जिम्मेदारी की तरह होता है। कमिटेड रिलेशनशिप में किसी भी तरह की फॉर्मेलिटी नहीं होती है।
कमिटेड रिलेशनशिप का सेहत पर सकारात्मक असर
कमिटेड रिलेशनशिप में पार्टनर्स को एक-दूसरे का इमोशनल सपोर्ट मिलता है। इससे शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल का प्रोडक्शन कम होता है, जिसके कारण स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जाइटी का खतरा कम होता है। इसके अलावा कमिटेड रिलेशनशिप और किस तरह से हमारी सेहत पर प्रभाव डालता है, इसे नीचे ग्राफिक से समझिए-
कमिटेड रिलेशनशिप को हेल्दी बनाने के टिप्स
जब कोई व्यक्ति रिलेशनशिप में कमिटेड होता है तो वह पार्टनर के साथ जीवन बिताना चाहता है। इससे रिश्ते में प्यार के साथ सिक्योरिटी की भावना भी आती है।
हालांकि कमिटेड रिलेशनशिप में कई बार पार्टनर्स अपने रिश्ते को लेकर निश्चिंत हो जाते हैं और वे एक-दूसरे की उम्मीदों व इच्छाओं की ज्यादा परवाह नहीं करते। इससे उनके बीच धीरे-धीरे प्यार कम होने लगता है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि रिश्ते में कमिटेड होने बाद भी प्यार बना रहे। इसके लिए कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-
आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं।
पार्टनर से खुलकर बातचीत करें
रिश्ते में पारदर्शिता बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए अपने पार्टनर के साथ बिना कुछ छिपाए खुलकर बातचीत करें। एक-दूसरे से अपने विचार, भावनाएं और परेशानियां शेयर करें। इससे आप किसी भी समस्या का आसानी से हल निकाल सकते हैं। बिना कम्युनिकेशन के रिश्ते में गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं।
एक-दूसरे की इच्छाओं का सम्मान करें
अगर रिलेशनशिप में एक-दूसरे की इच्छाओं और जरूरतों का ख्याल नहीं रखा जाता है तो रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल पाता है। इसलिए पार्टनर को अहमियत देने के साथ-साथ उनकी भावनाओं को समझना भी जरूरी है।
रिश्ते में ईमानदारी और सम्मान की भूमिका महत्वपूर्ण
किसी भी रिश्ते में ईमानदारी, विश्वास और सम्मान तीनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके बिना पार्टनर के बीच मनमुटाव और विवाद हो सकते हैं, जो समय के साथ रिश्ते को खत्म कर सकते हैं।
कमिटमेंट को समय पर पूरा करें
रिश्ते में कसमे-वादे होना सामान्य है। लेकिन उससे भी जरूरी इस पर खरा उतरना है। इसलिए अगर पार्टनर से कोई भी वादा करें तो उसे समय पर पूरा करें। यह पार्टनर के दिल में आपके प्रति विश्वास और सम्मान को बढ़ाता है।
एक-दूसरे की तारीफ करें
तारीफ सुनना भला किसे पसंद नहीं होता। जब आप पार्टनर की तारीफ करते हैं, इससे उसे अच्छा महसूस होता है। तारीफ से आत्मविश्वास बढ़ता है और संबंधों में मधुरता बनी रहती है।
पार्टनर के लिए सरप्राइज प्लान करें
पार्टनर को सरप्राइज देने का मतलब ये नहीं है कि उसे कोई महंगा गिफ्ट ही दें। कोई छोटा सरप्राइज जैसे एक रोमांटिक लव लेटर लिखें या फिर कोई पसंदीदा चीज तोहफे में दें। ये उसके दिल में आपके प्रति प्यार को बढ़ाता है।
साथ में समय बिताएं
रिश्ते में एक-दूसरे को समय देना बेहद जरूरी है। इसके लिए पार्टनर के साथ मूवी डेट प्लान करें, कहीं घूमने जाएं या किसी पसंदीदा एक्टिविटीज में हिस्सा लें। इससे दोनों के बीच नजदीकी बढ़ती है और रिश्ते में नयापन भी बरकरार रहता है।
झगड़े जल्दी सुलझाएं
रिश्ते में बहस या झगड़ा होना सामान्य बात है। लेकिन उन्हें लंबे समय तक खींचना रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है। आप जितनी जल्दी झगड़े सुलझा लेते हैं, रिश्ते में उतना ही शांति और सामंजस्य बना रहता है।
कमिटेड रिलेशनशिप में न करें ये गलतियां
कमिटेड रिलेशनशिप में लोग जाने-अनजाने में कुछ गलतियां करते हैं, जिससे उनके रिश्ते में मनमुटाव आ सकता है। रिलेशनशिप में कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए, इसे नीचे पॉइंटर्स से समझिए-
- पार्टनर के सामने खुद को हमेशा वैसा ही रखें, जैसे आप हैं।
- हमेशा पार्टनर की बुराइयां न गिनाएं और दूसरों से उसकी तुलना न करें।
- बहस या झगड़े के दौरान अपशब्दों का इस्तेमाल न करें।
- पुरानी बातों को लेकर बार-बार पार्टनर को ताना देने से बचें।
- किसी भी बात को मन में दबाकर न रखें। अगर कोई कन्फ्यूजन या सवाल है तो उसे बेझिझक पूछें।
- अपने झगड़े में दूसरों काे न शामिल करें। इससे विवाद बढ़ सकता है।
- गलतफहमियों से बचने के लिए रिश्ते में पारदर्शिता बनाए रखें।
- अगर कोई गलतफहमियां हैं तो उसे तुरंत हल करें। इन्हें नजरअंदाज करने से रिश्ते में खटास आ सकती है।
- किसी पार्टी या गेट-टुगेदर में अपने पार्टनर को नजरअंदाज न करें। यह रिश्ते में तनाव पैदा कर सकता है।
अंत में यही कहेंगे कि विश्वास, समर्पण, सम्मान और ईमानदारी ही किसी भी रिलेशनशिप की नींव होती है। इसे बनाए रखना जरूरी है। इससे ही रिश्ता लंबे समय तक चल सकता है।