Sheetala Ashtami 2025 Upay: हिंदू धर्म में शीतला अष्टमी का व्रत महत्वपूर्ण व्रतों में से एक माना जाता है, जिसे होली के आठ दिन बाद मनाया जाता है। शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला की पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है। इसे बसौड़ा भी कहते हैं क्योंकि इस दिन बासी खाना खाने और माता शीतला को भोग लगाने की परंपरा है। माना जाता है कि यह व्रत करने से बीमारियां दूर होती हैं, परिवार में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। वहीं, ज्योतिष में इन दिन को लेकर कुछ आसान उपाय बताए गए हैं, जिसे अपनाने से रोग-दोष से छुटकारा मिलता सकता है। तो चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
शीतला अष्टमी 2025 का पूजा मुहूर्त (Sheetala Ashtami 2025 Shubh Muhurat)
इस साल शीतला अष्टमी 22 मार्च को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:16 बजे से शाम 6:26 बजे तक रहेगा। इस दौरान आप माता की पूजा कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद पा सकते हैं।
शीतला अष्टमी 2025 पर करें ये अचूक उपाय (Sheetala Ashtami 2025 Upay)
बीमारियों से बचने के लिए
अगर आपको या घर के किसी सदस्य को बार-बार बीमारियां घेर लेती हैं, तो इस दिन माता शीतला की पूजा जरूर करें। सुबह जल्दी उठकर नहाएं और माता की मूर्ति या तस्वीर को एक साफ चौकी पर रखें। फिर उन्हें कुमकुम, अक्षत (चावल), लाल फूल और हल्दी चढ़ाएं। माता को एक दिन पहले बना हुआ हलवा और पूड़ी का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और बीमारियों का असर कम होता है।
घर में सुख-समृद्धि के लिए
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे, तो शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला को जल अर्पित करें और थोड़ा पानी बचाकर रखें। इस पानी को घर के हर कमरे में और दरवाजे के पास छिड़कें। माना जाता है कि ऐसा करने से बुरी शक्तियां दूर होती हैं और घर में बरकत बनी रहती है। साथ ही, इस दिन गाय को रोटी खिलाना भी बहुत शुभ माना जाता है। इससे आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और घर में खुशहाली आती है।
मानसिक तनाव से छुटकारा पाने के लिए
अगर आपको बार-बार टेंशन होती है या मन में नकारात्मक विचार आते हैं, तो शीतला अष्टमी के दिन नीम के पेड़ की पूजा करें। सुबह स्नान करके गुड़, चावल, हल्दी, लौंग और फूल लेकर नीम के पेड़ के नीचे जाएं और वहां जल चढ़ाएं। इसके बाद पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें और माता शीतला से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन से तनाव और बुरी सोच को दूर करें। इससे दिमाग शांत हो सकता है और जीवन में नई ऊर्जा आती है।
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