Fir Filed Against South 25 Celebrities: राणा दग्गुबाती, विजय देवरकोंडा और प्रकाश राज समेत 25 स्टार्स मुश्किलों में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, साइबराबाद की मियापुर पुलिस ने 32 साल के बिजनेसमैन फणींद्र सरमा की शिकायत के बाद सभी के ऊपर केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, इन हस्तियों पर सट्टा ऐप को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। वहीं, जिन 25 हस्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें 6 साउथ के बड़े स्टार्स भी शामिल हैं।
जिनके खिलाफ एफआईआर हुई उन 25 लोगों में अभिनेता राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, मांचू लक्ष्मी, प्रणीता और निधि अग्रवाल का भी नाम शामिल हैं। राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज पर पॉप-अप विज्ञापनों के जरिए जंगली रम्मी को बढ़ावा देने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि विजय देवरकोंडा पर पॉप-अप विज्ञापनों के जरिए ए23 रम्मी, मांचू लक्ष्मी योलो247, प्रणीता फेयरप्ले लाइव और निधि अग्रवाल जीत विन को बढ़ावा देने का आरोप है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर अविनाश मोहंती ने कहा, “यह जांच की शुरुआत है। हम देखेंगे कि ये कौन से ऐप हैं, इसमें कौन लोग शामिल हैं, इन ऐप्स का स्रोत क्या है और अन्य पहलू क्या हैं। मामले की योग्यता और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर हम आगे बढ़ेंगे।”
इन धाराओं में दर्ज किए थे केस
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) [धोखाधड़ी], और 112 (छोटा संगठित अपराध), 49 (उकसाना), तेलंगाना राज्य गेमिंग अधिनियम (टीएसजीए) धारा 3, 3 (ए) और 4 (सामान्य गेमिंग हाउस); और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम धारा 66 (डी) (कंप्यूटर संसाधन का उपयोग करके छद्मवेश द्वारा धोखाधड़ी)।
एफआईआर में कहा गया है, “ये प्लेटफॉर्म जनता को, विशेष रूप से पैसे की सख्त जरूरत वाले लोगों को, अपनी मेहनत की कमाई और परिवार के पैसे को उन ऐप्स/वेबसाइटों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और धीरे-धीरे उनके आदी हो रहे हैं, जिससे कुल वित्तीय पतन हो रहा है।”
कई सट्टेबाजी ऐप्स को सूचीबद्ध करते हुए, एफआईआर में आगे कहा गया है, “सभी सट्टेबाजी एप्लिकेशन जुआ कानूनों और नियमों का सीधा उल्लंघन करते हैं, विशेष रूप से, 1867 के सार्वजनिक जुआ अधिनियम, इस नशे की लत को बढ़ावा देकर व्यक्तियों और समाज को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे वित्तीय संकट पैदा होता है।” शिकायतकर्ता के अनुसार, इन प्लेटफॉर्मों में हजारों-लाखों रुपए का लेन-देन होता है, जिससे कई परिवार, खासकर मिडिल और लोअर मिडिल क्लास के लोग, संकट में पड़ जाते हैं।
शिकायतकर्ता ने कहा, “ऊपर बताए गए ऐप और व्यक्ति सिर्फ हिमशैल के सिरे हैं। जुआ, सट्टेबाज़ी और कैसीनो ऐप/वेबसाइट को बढ़ावा देने वाले कई और लोग हैं, जो युवा और आम जनता को आसानी से पैसे कमाने के लिए लुभाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं। लास्ट में उन्हें पूरी तरह से वित्तीय रूप से बर्बाद कर देते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों की मदद से सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए अपने ऐप/वेबसाइट को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे वे बिना उपयोगकर्ताओं द्वारा खोजे ही अपने आप लक्षित दर्शकों तक पहुंच जाते हैं, जिससे समस्या और भी बढ़ जाती है।”