नागपुर में मुगल बादशाह औरंगजेब का पुतला जलाने के बाद हुई हिंसा के बाद से ही माहौल तनावपूर्ण है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही है। इस बीच, नागपुर हिंसा को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है। जानकारी यह है कि हिंसा के बाद भालदारपुरा इलाके में बेकाबू भीड़ ने एक महिला पुलिस कांस्टेबल की वर्दी फाड़ने और उनके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की। गणेशपेठ पुलिस ने इसे लेकर FIR दर्ज कर ली है।
महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ इस घटना को तब अंजाम दिया गया कि जब हिंसक भीड़ वाहनों में आग लगा रही थी और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रही थी। जब पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की तो अराजक तत्वों ने पुलिस पर हमला कर दिया और पथराव किया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान एक महिला पुलिस कांस्टेबल को उपद्रवी भीड़ ने घेर लिया और उनके साथ छेड़छाड़ की लेकिन साथी पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाया और सेफ जगह पर ले गए। इस दौरान भीड़ में शामिल लोगों ने चार पुलिस उपायुक्तों सहित कुछ पुलिसकर्मियों की पिटाई की। भीड़ ने एक महिला पुलिस कांस्टेबल को घेर लिया और उनके कपड़े फाड़ने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
कौन है नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम खान?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि यह हिंसा पूर्व नियोजित थी। गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा है कि सरकार पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों को नहीं बख्शेगी।
फहीम शमीम खान को बताया मास्टरमाइंड
पुलिस का कहना है कि माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) का नेता फहीम शमीम खान नागपुर में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड है। पुलिस ने फहीम शमीम खान की एक तस्वीर जारी की है और एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें हिंसा से ठीक पहले खान को भड़काऊ भाषण देते हुए देखा गया है।
खान एमडीपी की स्थानीय इकाई का अध्यक्ष है। उसे 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में इस बात का पता चला है कि खान के भड़काऊ भाषण की वजह से इलाके में तनाव का माहौल बना और दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। फहीम खान ने 2024 का लोकसभा चुनाव एमडीपी के टिकट पर नागपुर सीट से लड़ा था। इस सीट से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी सांसद हैं।
कैसे भड़की थी हिंसा?
नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में बीते सोमवार को हिंसा तब भड़की थी जब छत्रपति संभाजी नगर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर दक्षिणपंथी संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद अफवाह फैली और दोनों समुदायों के लोग आपस में भिड़ गए।
इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया जिसमें 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हालात को देखते हुए पूरे नागपुर में पुलिस तैनात है और संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
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