Arvind Kejriwal Punjab: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का फोकस अब पंजाब पर है। सूत्रों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल अब पंजाब की भगवंत मान सरकार में कुछ ‘मजबूत चेहरे’ चाहते हैं। पंजाब में फरवरी, 2027 में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने संगठन में बड़े बदलाव किए थे। पार्टी की ओर से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पंजाब का प्रभारी और दिल्ली के ही पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को सह प्रभारी नियुक्त किया था। इसके अलावा दिल्ली इकाई में भी फेरबदल किया गया था।
पंजाब सरकार में कुल 18 मंत्री बनाए जा सकते हैं। भगवंत मान सरकार में फिलहाल 16 मंत्री हैं और दो कुर्सियां खाली हैं। ऐसी चर्चा है कि एक मंत्री पद संजीव अरोड़ा को मिल सकता है।
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केजरीवाल के राज्यसभा जाने की चर्चा
संजीव अरोड़ा लुधियान वेस्ट विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार हैं। संजीव अरोड़ा मौजूदा वक्त में राज्यसभा सांसद भी हैं। अगर वह विधायक चुने जाते हैं तो राज्यसभा की सीट से इस्तीफा दे देंगे और इस सीट से केजरीवाल राज्यसभा में एंट्री कर सकते हैं।
पंजाब में 2022 में सरकार बनने के बाद से अब तक भगवंत मान के मंत्रिमंडल में छह बार फेरबदल किया जा चुका है। भगवंत मान मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर चर्चाओं का बाजार इसलिए भी गर्म है क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पंजाब की सरकार के दो मंत्रियों को दिल्ली बुलाया था। इन मंत्रियों के नाम लालचंद कटारुचक और हरभजन सिंह हैं। यह दोनों ही मंत्री पिछले कुछ वक्त में विवादों में रहे हैं।
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आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि अप्रैल में भगवंत मान मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है हालांकि कुछ नेता ऐसा नहीं चाहते जबकि कुछ नेता इसके हक में हैं।
कुल मिलाकर यह माना जा रहा है कि केजरीवाल अब पंजाब में अपनी पूरी ताकत झोंकेंगे। कुछ दिन पहले ही केजरीवाल पंजाब गए थे और उन्होंने लुधियान वेस्ट सीट पर पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत की थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में जोरदार जीत दर्ज की थी तब पार्टी को 117 सीटों में से 92 सीटों पर जीत मिली थी।
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