हरिद्वार12 घंटे पहले कॉपी लिंक पुस्तकें जीवंत तीर्थ और देवताओं की प्रतीक होती हैं। पुस्तकों में, सद् ग्रंथों में संपूर्ण ईश्वरीय बल समाया हुआ है। ऐसा भी कह सकते हैं कि पुस्तकों में ऐश्वर्य, माधुर्य और सौंदर्य समाहित है। पुस्तकें ज्ञान ही तो है, ज्ञान का भंडार है। मनुष्य के जीवन में बहुत सी दुविधाएं […]