Sagaing Fault Earthquake: म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 1,644 लोगों की जान जा चुकी है और 3,400 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। मरने वालों और घायलों का यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा कम से कम 139 लोग लापता हैं। शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने इस देश के अलावा थाईलैंड में भी तबाही मचाई है। अल जज़ीरा के अनुसार, म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में अभी भी कई लोग इमारतों के मलबे में फंसे हुए हैं।
भूकंप की वजह से म्यांमार के अलग-अलग इलाकों में बड़ी संख्या में इमारतों, पुलों और सड़कों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत के ढहने के बाद फंसे मजदूरों को निकालने का काम जारी है। म्यांमार के सैन्य प्रशासन जुंटा के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संकटग्रस्त देश की मदद करने की अपील की है। म्यांमार ने सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में आपातकाल की घोषणा कर दी है।
Myanmar-Thailand Earthquake: भूकंप क्या है, किस वजह से आता है और जमीन क्यों हिलती है?
भारत ने म्यांमार की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है और एनडीआरएफ के 80 जवानों की टुकड़ी भेजी है। ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत भेजे गए एनडीआरएफ के जवानों के पास आधुनिक उपकरण हैं। United States Geological Survey (USGS) के मुताबिक, यह पिछले दो सालों में दुनिया में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
बड़ा सवाल यह है कि म्यांमार में अक्सर भूकंप क्यों आते हैं? साथ ही इस पर भी बात करेंगे कि भूकंप क्या है और यह किस वजह से आता है? आइए इस बारे में थोड़ा विस्तार से समझते हैं।
धरती की सतह के नीचे होने वाली हलचल की वजह से जो तेज कंपन पैदा होता है, उसे ही भूकंप कहते हैं। पृथ्वी की बाहरी सतह कई टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये पिछले तीन-चार अरब सालों से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं। टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे के पास से खिसकती और टकराती भी हैं। जब दो टेक्टोनिक प्लेट्स अचानक एक-दूसरे के पास से खिसकती हैं तो भूकंप आता है। इससे बहुत बड़े पैमाने पर ऊर्जा निकलती है और इस वजह से जमीन हिलती है।
“strike slip faulting” के कारण आया भूकंप
USGS ने कहा है कि म्यांमार में भूकंप भारतीय और यूरेशियाई प्लेटों के बीच “strike slip faulting” के कारण आया। इसका सीधा मतलब यह है कि ये दोनों प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा गईं। भूकंप Sagaing Fault पर आया, जो म्यांमार के केंद्र से उत्तर से दक्षिण तक जाता है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में भूभौतिकीय और जलवायु खतरों के एमेरिटस प्रोफेसर बिल मैकगुइरे ने द गार्जियन को बताया, “Sagaing fault” पश्चिम में भारतीय प्लेट और पूर्व में यूरेशियाई प्लेट के बीच टेक्टोनिक प्लेट की सीमा को चिह्नित करता है। भारतीय प्लेट यूरेशियाई प्लेट की तुलना में फॉल्ट के साथ उत्तर की ओर बढ़ रही है।”
भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड से आईं भयावह तस्वीरें
म्यांमार में कितनी बार आ चुके हैं भूकंप?
म्यांमार में “Sagaing fault” के कारण अक्सर भूकंप आते रहते हैं। USGS के डेटा के अनुसार, 1900 से अब तक “Sagaing fault” की वजह से 7 से अधिक तीव्रता के कम से कम छह भूकंप आ चुके हैं। जनवरी, 1990 में 7 तीव्रता का भूकंप आया था और इस वजह से 32 इमारतें ढह गई थीं। फरवरी 1912 में, 7.9 तीव्रता का भूकंप आया था। 2016 में लगभग उसी क्षेत्र में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था।
पिछले 100 सालों में म्यांमार में 6 या उससे ज़्यादा तीव्रता वाले 14 भूकंप आए हैं। लेकिन इस क्षेत्र में सबसे भयानक भूकंप 1839 में आया था।
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