6 घंटे पहले
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इस साल देवी सरस्वती के प्रकट उत्सव वसंत पंचमी की तारीख को लेकर पंचांग भेद हैं। इस पर्व को वागीश्वरी जयंती और श्रीपंचमी भी कहते हैं। इस साल विद्या की देवी सरस्वती का प्रकट उत्सव कुछ पंचांग में 2 फरवरी और कुछ में 3 फरवरी को बताया गया है। ज्योतिषियों के मुताबिक 3 तारीख को वसंत पंचमी मनाना ज्यादा श्रेष्ठ रहेगा।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, जो लोग कोई विद्या हासिल करना चाहते हैं या कोई कोर्स कर रहे हैं, उन्हें वसंत पंचमी पर देवी मंत्र ऊँ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए। देवी सरस्वती की पूजा करें। धूप-दीप जलाएं और इस मंत्र का जप करें।
पूजा में देवी प्रतिमा के साथ ही कमल का फूल, कलम यानी पेन, हंस की फोटो या मूर्ति, छोटी सी वीणा, मोर पंख भी जरूर रखना चाहिए। विद्यार्थियों को ये चीजें अपने स्टडी रूम में भी रखना चाहिए।
सरस्वती की मूर्ति या फोटो वसंत पंचमी की पूजा में देवी सरस्वती की मूर्ति रखनी चाहिए। अगर मूर्ति न हो तो देवी की तस्वीर भी रख सकते हैं। पूजा के बाद देवी की मूर्ति या तस्वरी को स्टडी रूम रख सकते हैं। विद्यार्थी देवी के दर्शन रोज करते हैं तो बुद्धि बढ़ती है और पढ़ाई में मन लगा रहता है। |
वीणा वीणा देवी सरस्वती की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है। वीणा घर में रखने से सुख-शांति बनी रहती है। वीणा की आवाज सकारात्मक ऊर्जा और रचनात्मकता बढ़ाती है। ऐसी मान्यता है। |
हंस की फोटो या मूर्ति हंस देवी सरस्वती का वाहन है। पूजा में हंस की मूर्ति या तस्वीर भी रखें। इसके अलावा हंस की तस्वीर या शो-पीस घर में ऐसी जगह रखना चाहिए, जहां घर के सभी लोगों की नजर उस पर पड़ सके। इससे मन हमेशा शांत रहता है। |
मोर पंख मोर पंख देवी पूजा में जरूर रखें। मोर पंख कई देवी-देवताओं की पूजा में खासतौर पर रखा जाता है। इसे घर में रखने से सुंदरता बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव खत्म होता है। घर के मंदिर में और बच्चों के स्टडी रूम में खासतौर पर इसे रखना चाहिए। |
कमल का फूल सरस्वती पूजा में अन्य फूलों के साथ ही कमल के फूल भी रखें। कमल का फूल मंदिर में रखने से खुशी और शांति बनी रहती है। कमल पवित्रता का प्रतीक है। घर में कमल रखते हैं तो पवित्रता बनी रहती है। |
कलम यानी पेन पढ़ाई-लिखाई से जुड़े हर काम में पेन यानी कलम का उपयोग जरूर होता है। विद्यार्थी पेन के बिना अपनी विद्या पूरी नहीं कर सकते हैं। इसीलिए देवी पूजा में कलम भी जरूर रखना चाहिए। |