एक बहुमंजिला बिल्डिंग पर आक्रामक भीड़ के घुसने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि तेलंगाना में ‘सर तन से जुदा’ नारे लगाती भीड़ हिंदुओं के घरों में जबरन घुस रही है।
बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो पाकिस्तान का है। अगस्त 2022 में पाकिस्तान के हैदराबाद में अशोक कुमार नाम के एक हिंदू व्यक्ति पर ईशनिंदा करने का आरोप लगा था. इससे आक्रोशित होकर एक उग्र भीड़ ने अशोक कुमार हमला करने की कोशिश थी।
एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘यह नजारा अफगानिस्तान, पाकिस्तान का नहीं तेलंगाना का दृश्य है। जो सर तन से जुदा नारे के साथ हिंदुओं के घरों में जबरन घुस रहें हैं। अपनी सुरक्षा स्वंय करो, वर्ना कश्मीर जैसे हालात हो जाएंगे, कोई नेता या मीडिया तुम्हें बचाने नहीं आएगी।’
फेसबुक पर भी इसी दावे से यह वीडियो (आर्काइव लिंक) वायरल है।
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो पाकिस्तान का है
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो को गूगल लेंस से सर्च किया तो पाया कि यह पाकिस्तान के हैदराबाद में अगस्त 2022 में हुई एक घटना का है। हमें इसकी कई मीडिया भी रिपोर्ट मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो वाले विजुअल भी शामिल हैं।
द ट्रिब्यून की 23 अगस्त 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर में अशोक कुमार नाम के एक हिंदू सफाई कर्मचारी पर कुरान की ईशनिंदा (Blasphemy) करने का आरोप लगा था। भीड़ ने अशोक को घेर कर उस पर हमला करने की कोशिश की थी। पुलिस ने हिंसक भीड़ से अशोक कुमार को बचाया और बाद में गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट के मुताबिक कट्टरपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने 19 अगस्त को हुई कथित ईशनिंदा की घटना को लेकर हिंदू परिवारों के आवास वाली एक इमारत के सामने 21 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया था।
रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी के हवालेे से बताया गया कि स्थानीय निवासी के साथ व्यक्तिगत झड़प के कारण सफाई कर्मचारी को निशाना बनाया गया था।
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में भी पुलिस के हवाले से यही दावा किया गया कि एक स्थानीय निवासी के साथ निजी झगड़े के कारण सफाई कर्मचारी को अपमानित किया गया था। कुरान के कथित अपमान को लेकर अशोक कुमार पर ईशनिंदा का फर्जी मामला दर्ज किया गया है।
कई अन्य न्यूज रिपोर्ट (एनडीटीवी, फर्स्टपोस्ट और स्वराज्य) के अलावा इंडिया टुडे और सीएनएन न्यूज18 पर इस घटना की वीडियो रिपोर्ट भी देखी जा सकती हैं।
(This story was originally published by BOOM as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)