Fact Check: पायलट ने अनाउंसमेंट के दौरान नहीं बताया महाकुंभ का महत्व,  पड़ताल में जानें वीडियो की सच्चाई
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Fact Check: पायलट ने अनाउंसमेंट के दौरान नहीं बताया महाकुंभ का महत्व, पड़ताल में जानें वीडियो की सच्चाई

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सोशल मीडिया पर एक ड्रोन शॉट का विजुअल इस दावे से वायरल है कि प्रयागराज में लैंडिंग के वक्त एक इंटरनेशनल फ्लाइट के पायलट ने अनाउंसमेंट कर कुंभ का महत्व बताया।

बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो के विजुअल ड्रोन के जरिए लिए गए हैं, साथ ही इसमें सुनाई दे रहा वॉइस ओवर वास्तविक नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक की मदद से तैयार किया गया है।

क्या है दावा

यूपी के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। देश- दुनिया के कोने-कोने से लोग इसमें शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी को शाही स्नान के साथ महाकुंभ का समापन होगा।

फेसबुक पर एक यूजर ने इस अनाउंसमेंट को वास्तविक मानकर वीडियो को शेयर किया और लिखा, ‘अंतरराष्ट्रीय उड़ान के प्रयागराज की पावन धरती पर उतरते समय विदेशी पायलट के द्वारा की गई उद्घोषणा।’

पोस्ट का आर्काइव लिंक

फैक्ट चेक

सोशल मीडिया पर वायरल प्रयागराज में लैंडिंग के वक्त फ्लाइट अनाउंसमेंट में महाकुंभ का महत्व बताने का दावा गलत है बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो में मौजूद विजुअल ड्रोन की मदद से लिए गए हैं जबकि वॉइस ओवर एआई जनरेटेड है।

बूम ने संंबंधित कीवर्ड के साथ गूगल पर सर्च किया लेकिन हमें कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली प्रयागराज में इंटरनेशनल फ्लाइट के कीवर्ड से सर्च करने पर कुछ रिपोर्ट में बताया गया, प्रयागराज एयरपोर्ट पर 93 साल में पहली बार इंटरनेशनल फ्लाइट ने उड़ान भरी जिसमें एपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पवेल जॉब्स सवार थीं।

यह भूटान एयरवेज की फ्लाइट थी लेकिन इसमें भी फ्लाइट अनाउंसमेंट में महाकुंभ के जिक्र को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली।

वॉइस ओवर AI जनरेटेड है

हमने आगे पाया कि वायरल वीडियो पर @Anveshgraphy नाम का एक इंस्टाग्राम अकाउंट मेंशन है। सच्चाई जानने के लिए हम इस नाम की मदद से वीडियो क्रिएटर अन्वेष पटेल के इंस्टाग्राम अकाउंट तक पहुंचे।

अन्वेष ने 23 जनवरी 2025 को यही वीडियो अपने अकाउंट से शेयर किया था। साथ ही इसके कैप्शन में उन्होंने बताया कि यह वीडियो उनके द्वारा शूट किया गया है। उन्होंने यह भी लिखा कि इन दिनों वह प्रयागराज में महाकुंभ के दौरे पर हैं और अपने कैमरे व ड्रोन की मदद से इसे कैद कर रहे हैं। उन्होंने वीडियो में इस्तेमाल की गई वॉइस को मानव जनित बताया।

अन्वेष के इंस्टाग्राम अकाउंट की पड़ताल करने पर बूम को इसी फॉर्मेट में कई वीडियो मिले, जिसमें फ्लाइट अनाउंसमेंट की तरह वॉइस ओवर शामिल था। इन सभी वॉइस ओवर में को-पायलट के रूप में अन्वेष पटेल का जिक्र किया गया है। इसके अलावा एयरलाइंस और पायलट का नाम कहीं भी सुनाई नहीं देता। यहांयहां और यहां देखें।

 

इससे हमें वीडियो में इस्तेमाल किए गए वॉइस ओवर के एआई जनरेटेड होने का संदेह हुआ।

हमने इसे AI डिटेक्शन टूल Hiya.ai पर चेक किया। Hiya ने इसके AI की मदद से मॉडिफाइ किए जाने की संभावना जताई।

आगे हमने ऑडियो की University at Buffalo के मीडिया फरेंसिक लैब के डीपफेक डिटेक्शन टूल के माध्यम से भी जांच की, जिसके एआई डिटेक्शन टूल AASIST (2021) ने आवाज में 88 फीसदी AI इस्तेमाल किए जाने की आशंका जताई।

इसके अलावा हमने इसी फॉर्मेट में शेयर किए गए दूसरे वीडियो के वॉइस ओवर की पड़ताल भी AI डिटेक्शन टूल के जरिए की, जिसमें इनके मानव जनित होने की संभावना महज 1% बताई गई।

अकाउंट पर शेयर किए गए अनाउंसमेंट फॉर्मेट के एक ऑडियो का रिजल्ट नीचे देखें

इसी तरह एक और ऑडियो का रिजल्ट भी वॉइस के AI जनरेटेड होने की तरफ इशारा करता है।

 

 

हमने अधिक पड़ताल के लिए डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU) में अपने पार्टनर की मदद ली। DAU के अनुसार, डीपफेक अनालिसिस टूल Deepfake-O-Meter के कुछ ऑडियो डिटेक्टर दर्शाते हैं कि ऑडियो में AI का इस्तेमाल किए जाने की प्रबल संभावना है। जबकि Hive Moderation के ऑडियो डिटेक्शन टूल के अनुसार, ऑडियो को AI के जरिए हेरफेर कर तैयार किया गया है।

 

वायरल फुटेज फ्लाइट लैंडिंग की नहीं है

हमने वायरल वीडियो के फुटेज की भी पड़ताल की और पाया कि यह फ्लाइट के लैंडिंग का सीन नहीं है बल्कि इसे ड्रोन के जरिए कैद करके तैयार किया गया है। वीडियो क्रिएटर अन्वेष की प्रोफाइल में इसी तरह के ड्रोन शॉट के दूसरे पोस्ट भी मौजूद हैं।

इसके अलावा बूम ने वीडियो क्रिएटर अन्वेष पटेल से भी बात की। अन्वेष ने बताया कि यह ड्रोन शॉट वीडियो है। उन्होंने आगे कहा, “क्रिएटिव बनाने के लिए हमने इस तरह के वॉइस ओवर का इस्तेमाल किया है।” इसके अलावा वॉइस ओवर के एआई जनरेटेड होने पर अन्वेष ने बताया, “यह आवाज मेरे एक बाहर के मित्र की आवाज है। यह AI आवाज नहीं है।”

अन्वेष आगे कहते हैं, “इंग्लिश में यह वॉइस ओवर इसलिए किया गया ताकि गैर हिंदी भाषी भी कुंभ के बारे में जान सकें।” हालांकि उन्होंने वॉइस ओवर करने वाले शख्स के बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया।

(This story was originally published by BOOM as part of the Shakti Collective. Except for the headline and opening introduction para this story has not been edited by Amar Ujala staff)





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